Feb 27, 2024
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ये पायलट - ग्रुप कैप्टन पी बालाकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और विंग कमांडर एस शुक्ला हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि इसरो का एस्ट्रोनॉट बनने कि लिए भारतीय नागरिकता जरूरी है।
कैंडिडेट मान्याता प्राप्त बोर्ड से फिजिक्स और मैथ्स विषयों से 12वीं परीक्षा पास होना चाहिए।
इसरो में एस्ट्रोनॉट बनने के लिए इंजीनियरिंग, मेडिसिन या साइंस में डिग्री भी होनी चाहिए।
साथ ही संबंधित क्षेत्र में कम से कम तीन साल का अनुभव होना जरूरी है।
आयु सीमा की बात करें तो कैंडिडेट की आयु 27 साल से 37 साल के बीच होनी चाहिए।
एस्ट्रोनॉट बनने के लिए आपका फिजिकली फिट होना भी बेहद जरूरी है।
इसरो में एस्ट्रोनॉट बनने के लिए कैंडिडेट को लिखित परीक्षा, फिजिकल टेस्ट और इंटरव्यू से गुजरना होगा।
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