Aug 29, 2024
एनएसजी और एसपीजी कमांडो से तो आप सब वाकिफ होंगे।
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भारत की सबसे ताकतवर सुरक्षा एजेंसियों की बात करें तो एनएसजी और एसपीजी कमांडो का नाम सबसे पहले आता है।
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ऐसे में क्या आपने कभी सोचा है कि एनएसजी और एसपीजी कमांडो की ड्यूटी कितने घंटे की होती है।
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बता दें एनएसजी यानी नेशनल सिक्यिरिटी गार्ड को 5 साल तक सेवा देने की अनुमति होती है। ट्रेनिंग के बाद 3 साल की अवधि के लिए चुना जाता है। हालांकि बाद में 1 वर्ष बढ़ाया जा सकता है। इसके बाद पुन: 1 साल की सेवा दे सकते हैं।
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वहीं एसपीजी यानी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के कमांडो 6 साल तक अपनी ड्यूटी दे सकते हैं। इसके बाद इन्हें अपने डिपार्टमेंट में वापसी करनी होती है।
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एनएसजी कमांडो की भर्ती डायरेक्ट नहीं की जाती है। इसके लिए अभ्यर्थी भारतीय पुलिस बल या फिर भारतीय सशस्त्र बल में ऑफिसर के रूप में तीन साल तक कार्यरत होना चाहिए। इसके लिए अभ्यर्थियों को 90 दिन की कड़ी ट्रेनिंग के दौर से गुजरना होता है।
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जबकि एसपीजी के जवानों की और ऑफिसर्स की भर्ती भारतीय पुलिस सेवा, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारियों से की जाती है। यहां भी चयनित होने के लिए कड़ी मशक्कत व ट्रेनिंग के दौर से गुजरना होता है।
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एनएसजी और एसपीजी कमांडो की सैलरी की बात करें तो यहां रैंक वाइज अलग अलग सैलरी निर्धारित होती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एनएसजी के महानिदेशक को प्रतिमाह 2,00,000-3,00,000 रुपये, अतिरिक्त महानिदेशक को 1,50,000-200000 रुपये सैलरी दी जाती है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं है।
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