जज और मजिस्ट्रेट में क्या होता है अंतर, जानें कौन होता है ज्यादा पावरफुल

Kuldeep Raghav

Jul 25, 2024

​जज और मजिस्ट्रेट ​

भारत की न्‍यायिक व्‍यवस्‍था में जिला स्‍तर पर जज और मजिस्ट्रेट कार्य करते हैं।

Credit: Pixabay

मैकेनिक की बेटी बनी IAS

​जानें अंतर​

क्या आप जानते हैं कि इन दोनों में क्या अंतर है और कौन सा पद ज्यादा पावरफुल है।

Credit: Pixabay

​कौन होते हैं जज​

जिले के जज, उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त किए जाते हैं। ये हत्या, चोरी, डकैती, पिक-पॉकेटिंग और ऐसे अन्य मामलों से संबंधित मामलों की सुनवाई कर सकते हैं। सत्र न्यायाधीश या अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कानून द्वारा अधिकृत किसी भी सजा को पारित कर सकते हैं।

Credit: Pixabay

​कौन बन सकता है जज​

जिला जज बनने के लिये आपके पास लॉ में स्नातक की डिग्री होनी आवश्यक है। इसके साथ ही आपके पास वकालत करने का सात वर्ष का अनुभव होना जरूरी है।

Credit: Pixabay

You may also like

यूपी का सबसे पढ़ा लिखा जिला कौन सा है, न...
भारत में है दुनिया का इकलौता तैरता पोस्ट...

​जज का वेतन​

जज की 56100 रुपये शुरुआती सैलरी है। 9537 रुपये महंगाई भत्ता 70000 रुपये सकल वेतन सिविल जज का वार्षिक वेतन 65000 रुपये है।

Credit: Pixabay

​कौन होता है मजिस्ट्रेट​

वहीं, मजिस्ट्रेट के लेवल में भी कई स्तर होते हैं। इनमें जो सबसे ऊपर का पद होता है, वो होता है सीजेएम यानी चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट। एक जिले में एक सीजेएम होता है।

Credit: Pixabay

​मजिस्ट्रेट के कार्य​

जिला मजिस्ट्रेट का मुख्य कार्य सामान्य प्रशासन का निरीक्षण करना, भूमि राजस्व वसूलना और जिले मे��� कानून-व्यवस्था को बनाए रखना है। यह राजस्व संगठनों का प्रमुख होता है।

Credit: Pixabay

​न्यायिक मजिस्ट्रेट के अधिकार​

कोई भी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मृत्यु दंड और आजीवन कारावास नहीं दे सकता। ये ऐसा दंड नहीं दे सकते जो 7 साल से ज्यादा की कारावास की अवधि का है।

Credit: Pixabay

​कैसे बनते हैं मजिस्ट्रेट​

कोई भी छात्र लॉ की डिग्री लेने के बाद सीधे PCS-J यानी प्रोविंशियल सिविल सर्विस (ज्यूडिशियल) के एग्जाम में पास होकर मजिस्ट्रेट बन सकता है।

Credit: Pixabay

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: यूपी का सबसे पढ़ा लिखा जिला कौन सा है, नहीं जानते होंगे

ऐसी और स्टोरीज देखें