Jun 14, 2023
भारत के तट से एक बड़ा तूफान टकराने वाला है। IMD ने बताया है कि ‘विपरजॉय’ बेहद गंभीर चक्रवात के रूप में 15 जून की शाम जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र और कच्छ के तटों को पार करेगा।
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गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिले प्रभावित हैं। यहां 125 से 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
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आइये जानते हैं कि चक्रवात क्या होता है और ये कैसे बनता है।
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चक्रवात एक ऐसी संरचना है जो गर्म हवा के चारों ओर कम वायुमंडलीय दाब के साथ उत्पन्न होती है।
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एक तरफ से गर्म हवाओं तथा दूसरी तरफ से ठंडी हवा का मिलाप होता है तो वह एक गोलाकार आंधी का रूप बन जाता है, इसे ही चक्रवात कहते हैं।
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चक्रवात को अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे हरिकेन, टाइफून, ट्रोपिकल स्टोर्म, साइक्लोनिक स्टोर्म, ट्रोपिकल डिप्रेशन, और केवल साइक्लोन।
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साइक्लोन आमतौर पर ठंडे इलाकों में नहीं बनते है, क्योंकि इन्हें बनने के लिए गर्म समुद्री पानी की जरूरत होती है।
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साइक्लोन के नाम रखने का काम दुनिया भर में मौजूद छह विशेष मौसम केंद्र यानी RSMCS और पांच चक्रवाती चेतावनी केंद्र यानी TCWCS करते हैं।
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भारतीय मौसम विभाग यानी IMD भी RSMCS के छह सदस्यों में शामिल है, जो चक्रवात और आंधी को लेकर एडवायजरी जारी करता है।
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