ARMY और BSF में क्या अंतर होता है, जानें किसे मिलती है ज्यादा सैलरी
Aditya Singh
देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा
देश की आंतरिक सुरक्षा और सीमा सुरक्षा में भारतीय सेना के साथ सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी और एसएसबी का अहम योगदान होता है।
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देश की सुरक्षा के लिए तैनात
भारतीय सेना के साथ अन्य सुरक्षा बल हमेशा देश की सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं।
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क्या होता है आर्मी और बीएसएफ में अंतर
लेकिन क्या आप जानते हैं कि आर्मी और बीएसएफ में क्या अंतर होता है? किसे ज्यादा सैलरी और सुविधाएं मिलती हैं।
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दोनों में है अंतर
अक्सर लोग इंडियन आर्मी और बीएसएफ को एक ही समझ बैठते हैं लेकिन दोनों में काफी अंतर होता है।
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आर्मी और बीएसएफ का फुलफॉर्म
बता दें Army का फुलफॉर्म Alert Regular Mobility Young होता है। जबकि BSF का फुलफॉर्म बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स होता है।
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रक्षा मंत्रालय के अधीन
इंडियन आर्मी रक्षा मंत्रालय के अधीन आता है, जबकि बीएसएफ गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। इंडियन आर्मी के प्रमुख जनरल रैंक के अधिकारी होते हैं। वहीं बीएसएफ यानी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के चीफ आईपीएस अधिकारी होते हैं।
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आर्मी या बीएसएफ किसे मिलती है ज्यादा सैलरी
वहीं सैलरी की बात करें तो भारतीय सेना के जवानों की सैलरी बीएसएफ के जवानों से ज्यादा होती है। इतना ही नहीं आर्मी के जवानों को सुविधाएं भी अधिक दी जाती हैं।
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आर्मी के जवानों की सैलरी
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो चीफ ऑफ आर्मी की सैलरी प्रतिमाह करीब 2,50,000 रुपे होती है। जबकि लेफ्टिनेंट जनरल को हर महीने 2,25,000 रुपये दिए जाते हैं। वहीं मेजर जनरल की सैलरी 1,44,200 से 2,24,100 रुपये होती है।
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बीएसएफ के जवानों की सैलरी
बीएसएफ में असिस्टेंट कमांडेंट को हर महीने 56100 - 177500 रुपये दिए जाते हैं। जबकि डिप्टी कमांडेंट की सैलरी 67700 - 208700 होती है। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है।
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