न टिकट न टीटी, फ्री में घुमाती है भारत की यह ट्रेन, जानें क्या है वजह

Neelaksh Singh

Aug 5, 2024

भाखड़ा नांगल ट्रेन का सफर

आप किसी भी क्लास से सफर करें, कुछ न कुछ किराया तो भरना ही होता है, लेकिन एक ऐसी भी ट्रेन है, जिसमें कोई किराया नहीं लगता।

Credit: canva

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भाखड़ा नांगल ट्रेन की शुरुआत

यह ट्रेन हमेशा से फ्री में चल रही है, इसकी शुरुआत 1949 में हुई थी। इसमें बैठने वाले किसी भी पैसेंजर को एक रुपये नहीं देना होता है।

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भाखड़ा नांगल ट्रेन का किराया

सबसे बड़ी खासियत है कि इस ट्रेन में न रिजर्वेशन कराना पड़ता है और न ही एक भी रुपये खर्च करने की जरूरत है।

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भाखड़ा नांगल ट्रेन

इस ट्रेन का नाम है 'भाखड़ा नांगल ट्रेन' यह जिस रूट पर चलती है, उस पर कोई भी कितनी बार बिना पैसे दिए बैठ सकता है।

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भाखड़ा नांगल ट्रेन का समय

य​ह ट्रेन दिन में केवल दो बार ही चलती है। नांगल से सुबह 7 बजे और भाखड़ा से दोपहर बाद 3 बजे चलती है।

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भाखड़ा नांगल ट्रेन का रूट

भाखड़ा नांगल ट्रेन हिमाचल प्रदेश और पंजाब के बॉर्डर पर चलती है। यह ट्रेन शिवालिक पहाड़ियों में 13 किलोमीटर की यात्रा करती है और सतलुज नदी को पार करती है।

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भाखड़ा नांगल बांध के लिए चली थी यह ट्रेन

इस ट्रेन को चलाने का एक खास व सुंदर मकसद है, यह तो आप जानते ही हैं कि भाखड़ा नांगल देश का सबसे बड़ा बांध है।

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भाखड़ा नांगल ट्रेन की शरुआत

इस बांध की निर्माण सामग्री और श्रमिकों को ले जाने के लिए 'भाखड़ा नांगल ट्रेन' की शुरुआत की गई थी। भाखड़ा-नांगल ट्रेन अपनी एकतरफा यात्रा में पांच स्टेशनों को कवर करती है।

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भाखड़ा नांगल ट्रेन का सुंदर सफर

समय के साथ, यह मार्ग पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच लोकप्रिय हो गया, क्योंकि यह क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता का शानदार अनुभव कराती है।

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