Apr 2, 2024
पतंजलि के औषधीय उत्पादों के भ्रामक विज्ञापनों को लेकर बाबा रामदेव चर्चा में हैं।
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भ्रामक विज्ञापन मामले से संबंधित अवमानना कार्यवाही में बाबा रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण को सुप्रीम कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश होने का निर्देश दिया गया था।
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हाल ही में योग गुरु बाबा रामदेव अदालत पहुंचे और उन्होंने बिना शर्त माफी मांगी।
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स्वामी रामदेव ने योग को घर घर पहुंचाने का काम किया है। आइये जानते हैं कि वह कि वह कितने पढ़े लिखे हैं।
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बाबा रामदेव ने पास के गांव शहजादपुर के एक सरकारी स्कूल से आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई पूरी की।
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इसके बाद खानपुर गांव के एक गुरुकुल में आचार्य प्रद्युम्न और योग आचार्य बलदेव जी से संस्कृत और योग की शिक्षा ली थी।
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स्वामी रामदेव ने संस्कृत व्याकरण, योग में दर्शन, वेद और उपनिषद की स्पेशिलिटी के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन में आचार्य की डिग्री ली।
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युवावस्था में ही उन्होंने संन्यास लेने का संकल्प लिया और पहले वाले रामकृष्ण यादव स्वामी रामदेव के नये रूप में अवतरित हुए!
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स्वामी रामदेव ने सबसे पहले 1995 में कनखल, हरिद्वार, उत्तराखंड में दिव्य योग मंदिर (ट्रस्ट) की स्थापना की थी।
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