​प्रयागराज में नहीं दिखती सरस्वती नदी, फिर भी उसे त्रिवेणी संगम क्यों कहते हैं​

Shaswat Gupta

Aug 3, 2023

​प्रयाग को त्रिवेणी का संगम कहा जाता है। जहां गंगा, यमुना और सरस्वती नदी मिलती हैं।​

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​कुछ लोग कहते हैं कि सरस्‍वती नदी अदृश्‍य है और ये मिथक है।​

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​धर्मग्रंथों के मुताबिक, सिन्धु नदी के समान ही सरस्‍वती नदी को भी पवित्र माना जाता था।​

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​इसका उल्‍लेख ऋग्वेद और महाभारत में भी मिलता है। महाभारत में इसे लुप्‍त बताया गया है।​

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​चार हजार ई.पू. हड़प्पाकाल में ये नदी सूखने लगी थी और भौगोलिक परिवर्तन हुए।​

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परिवर्तनों के कारण उत्तर-पश्चिम की ओर बहने वाली नदियों में से सरस्‍वती नदी लुप्‍त हो गई।

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​कुछ समय बाद वैज्ञानिकों को राजस्थान के जैसलमेर जिले में सरस्‍वती नदी के प्रमाण मिले।​

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​भूचाल के कारण एक बार जमीन ऊपर आई तब सरस्वती का आधा पानी यमुना में गिर गया।​

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​फिर यमुना के साथ सरस्वती का जल भी बहने लगा..ऐसे प्रयागराज तीनों का संगम बना।​

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