Jan 7, 2024

क्या होता है हर की पौड़ी का मतलब, क्यों इसे कहते हैं हरिद्वार का दिल

Pooja Kumari

​हर की पौड़ी​

हरिद्वार में स्थित हर की पौड़ी शहर का मुख्य घाट है। यहां दूर-दूर से श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए आते हैं।

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​हर की पौड़ी में स्नान​

मान्यता है कि हर की पौड़ी में स्नान करने वालों के सारे पापों का नाश हो जाता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

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Ayodhya Helicopter

​ हर की पौड़ी का मतलब ​

लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर की पौड़ी का क्या मतलब होता है, इस जगह का कनेक्शन भगवान विष्णु से है।

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​ विष्णु के चरण​

हर की पौड़ी का हिंदी में मतलब श्रीहरि विष्णु के चरण से होता है।

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यहां की मान्यता ​

मान्यता है कि इसी जगह पर भगवान विष्णु धरती पर आए थे। इस स्थान पर उनके पैर पड़ने के कारण इसे हर की पैड़ी कहा गया, जिसे अब हर की पौड़ी बोला जाता है।

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​ शिला में विष्णु के पदचिन्ह​

मान्यता के अनुसार यहां पर स्थित एक शिला में भगवान विष्णु के पदचिन्ह बने हुए हैं।

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​अमृत की बूंदे​

माना जाता है कि धरती पर अमृत की कुछ बूंदे गिरी थी, जिनमें से कुछ बूंदे हरिद्वार में गिरी थी, यह स्थान हर की पौड़ी कहलाया।

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​गंगा नदी ​

इसी जगह से गंगा नदी मैदानी भाग में प्रवेश करती हैं, इससे पहले वे पहाड़ों में बहती हैं।

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​संध्या आरती​

हर की पौड़ी में हर शाम गंगा नदी की संध्या आरती की जाती है। जिसमें बहुते से लोग शामिल होने के लिए आते हैं।

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