Nov 8, 2023
राजस्थान का दिल कहे जाने वाले अजमेर का इतिहास काफी रोचक रहा है। आज हम आपको इसी शहर के बारे में बताएंगे।
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क्या आप जानते है कि एक समय में अजमेर को राज्य का दर्जा हासिल था, लेकिन आज के समय में यह राजस्थान का एक जिला है।
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अजमेर को पहले अजयमेरु के नाम से जाना जाता था, इसकी स्थापना 1113 ईसवीं में हुई थी।
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चौहान वंश के 23वें शासक राजा अजयराज चौहान ने इसे बसाया था। चौहान वंश के राजाओं ने 494 सालों तक यहां पर शासन किया।
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ब्रिटिश शासन काल में अजमेर एक रियासत हुआ करती थी, आजादी के समय में भी अजमेर एक अलग राज्य के रूप में ही पहचाना जाता था, इसके पास अपनी विधायिका भी थी।
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अजमेर राज्य के पहले और आखिरी मुख्यमंत्री हरिभाऊ उपाध्याय थे और भगीरथ चौधरी यहां के पहले विधानसभा अध्यक्ष थे।
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1 नवंबर 1956 में अजमेर राज्य को राजस्थान में विलय कर दिया गया। जिसके बाद यह राजस्थान का 26 वां जिला बना।
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अजमेर को राज्य पुर्नगठन आयोग की सिफारिश पर राजस्थान में विलय किया गया था।
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अजमेर में ब्रह्मा मंदिर, तारागढ़ किला, अढ़ाई दिन का झोपड़ा और मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह जैसे बहुत से फेमस स्थान है, जहां पर पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है।
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