Oct 20, 2023
देशभर में दशहरे के पर्व पर बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में रावण का पुतला जलाया जाता है। लेकिन भारत में एक जगह ऐसी भी है जहां रावण दहन नहीं किया जाता है।
Credit: Twitter
यह शहर झारखंड का देवघर है, यहां विजयादशमी पर रावण का पुतला दहन नहीं किया जाता है।
Credit: Twitter
इसके पीछे का कारण यह है कि यहां पर रावण को बुराई के रूप में नहीं बल्कि अच्छाई के रूप में देखते है।
Credit: Twitter
रावण को दो रूपों में देखा जाता है, बुराई के रूप में रावण की दैत्य प्रवृत्ति देखी जाती है, वहीं अच्छाई के रूप में रावण वेद-पुराणों के ज्ञाता और विद्वानी है।
Credit: Twitter
रावण को शिव के सबसे बड़े भक्त के रूप में भी जाना जाता है।
Credit: Twitter
रावण ही द्वादश ज्योतिर्लिंग के रूप में बाबा बैद्यनाथ को देवघर लेकर आए थे।
Credit: Twitter
देवघर को रावण की तपोभूमि के रूप में भी माना जाता है।
Credit: Twitter
रावण के कारण ही देवघर में स्थापित पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग को रावणेश्वर महादेव के नाम से भी लोग जानते है।
Credit: Twitter
रावण द्वारा ज्योतिर्लिंग की देवघर में स्थापना के कारण ही यहां के लोग रावण दहन नहीं करते हैं।
Credit: Twitter
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स