Oct 23, 2023
अहमदाबाद में वाघ बकरी चाय ब्रांड के मालिक पराग देसाई की खूंखार कुत्तों ने हमला कर जान ले ली। हाल ही में सामने आए इस मामले ने सभी को चौंका दिया है।
Credit: Istock/Social-Media
कुत्तों के हमले की खबरें लगभग सभी शहरों से आए दिन आती हैं। कभी लिफ्ट में बच्चे तो कभी पार्क में युवा और कभी-कभी खुद कुत्ते के मालिक जानलेवा हमले के शिकार होते हैं। यही वजह है कि पिछले एक साल में रेबीज हुई मौतों के मामले बढ़े हैं।
Credit: Istock/Social-Media
आज हम आपको कुत्तों के हमले और रेबीज से हुई मौतों के हैरान कर देने वाले आंकड़ों के बारे में बताएंगे। वास्तव में ये आंकड़े डरा देने वाले हैं जिन्हें जानने के बाद आप भी कुत्तों से सावधान रहने लगेंगे।
Credit: Istock/Social-Media
इसी साल मई में बरेली के गांव में 12 वर्षीय मासूम को कुत्तों ने नोंच-नोंचकर मार डाला था। जिस सप्ताह में घटना हुई उससे पहले भी बरेली में आदमखोर कुत्तों ने मासूमों और बुजुर्गों को काटा था।
Credit: Istock/Social-Media
कुत्तों के हमले से ही पिछले महीने गाजियाबाद के एक बच्चे की मौत हो गई थी। कुत्तों के काटने के 4 दिन बाद से ही उस बच्चे में रेबीज के लक्षण दिखने लगे थे।
Credit: Istock/Social-Media
इसी तरह अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कैंपस में जब एक रिटायर्ड डॉक्टर मॉर्निंग वाक कर रहे थे तो कुत्तों के झुंड ने उन पर धावा बोल दिया और उनकी मौत हो गई।
Credit: Istock/Social-Media
भारत की राजधानी दिल्ली के वसंत कुंज में भी ऐसा ही मामला सामने आया था, जिसमें कुत्तों के काटने से दो भाइयों की दर्दनाक मौत हो गई थी। बता दें कि कुत्तों के हमले से सबसे ज्यादा मौतें दिल्ली में हो रही हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, यहां के सफदरगंज में तकरीबन 500 लोग रोज रेबीज का टीका लगवाने पहुंचते हैं।
Credit: Istock/Social-Media
केंद्रीय मंत्री ने एक रिपोर्ट के जरिए इस बात की पुष्टि की थी कि, 2022 में कुल 307 लोगों की रेबीज से मौतें हुईं। सबसे ज्यादा 48 मामले दिल्ली और उसके बाद बंगाल (38), महाराष्ट्र, कर्नाटक (29), आंध्र प्रदेश (29) में हुई थीं। WHO ने भी बताया कि दुनिया भर में रेबीज से 36% मौतें भारत में होती हैं।
Credit: Istock/Social-Media
लिफ्ट में या सड़क पर कुत्तों के हमले लगातार बढ़ रहे हैं। बच्चे, युवा और बुजुर्ग लगभग सभी पीड़ित लोग रेबीज जैसी खतरनाक बीमारी के शिकार हो रहे हैं। ऐसे में पब्लिक का ये सवाल उठाना भी स्वाभाविक है कि, इन मौतों का जिम्मेदार आखिर कौन है ?
Credit: Istock/Social-Media
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स