Oct 2, 2023
भारत में पहली बार जातिगत जनगणना अंग्रेजों के शासन में 150 साल पहले हुई थी।
Credit: Social-Media
देश में सभी जातियों की गणना आखिरी बार 1931 में की गई थी।
Credit: Social-Media
साल 2021 में कोविड महामारी के चलते टाल दी गई
Credit: Social-Media
देश में 150 साल बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि जनगणना में रुकावट पड़ी है।
Credit: Social-Media
आज बिहार सरकार ने राज्य के जातिगत जनगणना का आंकड़ा जारी किया है।
Credit: Social-Media
बिहार के आंकड़ों में सबसे ज्यादा आबादी अत्यंत पिछड़ा वर्ग की 36 फीसदी है।
Credit: Social-Media
जनगणना में पिछड़ा वर्ग की आबादी का आंकड़ा 27 फीसदी है।
Credit: Social-Media
बिहार में अनुसूचित जाति की आबादी 19 फीसदी है।
Credit: Social-Media
सामान्य वर्ग की आबादी 15.52 फीसदी है।
Credit: Social-Media
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स