​भारत में कैसे बनता है शहरों का पिनकोड, आज जान लीजिए ये सीक्रेट​

Shaswat Gupta

Oct 10, 2023

​पिनकोड के बारे में सोचा​

अपने शहर का नाम लिखने के बाद आप आगे पिनकोड जरूर लिखते होंगे। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि आखिर ये पिन कोड बनते कैसे हैं ?

Credit: Social-Media

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​फुल फॉर्म जानिए​

PIN Code का फुल फॉर्म होता है पोस्टल इंडेक्स नंबर। छह अंको के इस नंबर इसका उपयोग इंडिया पोस्ट (भारतीय डाक प्रशासन) द्वारा पत्र वितरित करने के लिए किया जाता है। इसका फायदा ये है कि गलत पते से बचते हुए ये सही स्‍थान पर डाक पहुंचाने में मददगार है।

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​वर्तमान स्थिति​

15 अगस्त, 1972 में पिन कोड की व्‍यवस्‍था तैयार की गई थी। फिलहाल अभी देश में 9 डाक (पिन) क्षेत्र हैं। इनमें से आठ विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। वहीं, एक को सशस्त्र बलों को डाक सेवाएं देने के लिए रिजर्व रखा गया था।

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​ऐसे होती है डाकघर की पहचान​

पिनकोड का पहला अंक भौगोलिक क्षेत्र, दूसरा अंक डाक सर्किल, तीसरा अंक जिला और अंतिम के तीन अंक डाकघरों को दर्शाते हैं।

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​ऐसे समझें​

मान लीजिए 500072 पिन कोड है। तो इसकी पहचान हम अंकों से करेंगे। जहां पहले अंक 5 ये पता चलता है कि, ये दक्षिण भारत का नंबर है। वहीं, अगर दो अंक ले लें यानी 50 तो ये तेलंगाना राज्‍य को दर्शाता है, लेकिन शुरुआत के तीन अंक यानी 500 रंगारेड्डी जिले को दर्शाता है और 072 पहले से ही इस क्षेत्र के केपीएचबी कॉलोनी में स्थित डाकघर को दर्शाता है।

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​देश में डाकघर को समझें​

किसी देश में अगर सबसे बड़ा डाक नेटवर्क है तो वो है भारत। यहां डाकघरों की संख्या 1,56,721 है। इनमें से 810 प्रधान डाकघर, 24599 उपडाकघर और 131312 शाखा डाकघर हैं।

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​डाक कोड से क्षेत्र समझें​

पिन कोड का शुरुआती अंक 1 है तो ये दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ के लिए है। शुरुआती अंक 2 है तो ये उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड का है। अंक 3 है तो ये गुजरात, राजस्थान, दमन और दीव, दादरा और नगर हवेली के लिए है। 4 है तो ये छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गोवा के लिए है।

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​इन शुरुआती अंकों से भी जानें​

पिन कोड का शुरुआती अंक 5 है तो ये आंध्र प्रदेश, कर्नाटक,यानम (पुडुचेरी) के लिए है। अंक 6 है तो ये केरल,तमिलनाडु, पुडुचेरी (यनम के अलावा), लक्षद्वीप के लिए है। अगर ये अंक 7 है तो ये पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम, सिक्किम, अरुणांचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा, अंडमान और निकोबार के लिए है।

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​पिन कोड 8 और 9​

अगर पिन कोड का शुरुआती अंक 8 है तो समझ जाइए कि ये बिहार, झारखंड का है। अगर ये अंक 9 है तो जान लीजिए कि ये सशस्त्र बल डाकघर (एपीओ) और क्षेत्रीय डाकघर (एफपीओ) है।

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