Aug 30, 2023
1992 में हर्षद मेहता के स्टॉक मार्केट स्कैम का खुलासा हुआ था और उसी साल एक और स्कैम की शुरुआत हुई थी
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नया घोटाला हर्षद मेहता के 10000 करोड़ रु के मुकाबले 3 गुना यानी 30 हजार करोड़ रु का था, जिसे स्टैम्प पेपर स्कैम कहा जाता है
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इस घोटाले के पीछे था अब्दुल करीम तेलगी, जिसके स्टैम्प पेपर घोटाले का खुलासा 2003 में हुआ
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1961 में कर्नाटक के बेलगाम में जन्मे तेलगी के पिता रेलवे में थे। पिता के देहांत के बाद तेलगी ने परिवार के लिए कमाना शुरू किया
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फल-सब्जी बेचकर गुजारा करने वाला तेलगी सऊदी अरब गया और वापस आकर फर्जी दस्तावेजों और पासपोर्ट के काम में लग गया
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वह अपनी कंपनी Arabian Metro Travels के जरिए मजदूरों को फर्जी दस्तावेजों की मदद से सऊदी भेजता
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फिर उसने नकली स्टैम्प पेपर का फर्जीवाड़ा शुरू किया। नकली स्टैम्प पैपर के जरिए तेलगी ने बैंकों, इंश्योरेंस कंपनियों और स्टॉक एक्चेंजों फर्मों को चूना लगाया
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2003 में तेलगी के नकली स्टैम्प पेपर के खेल का खुलासा हुआ, जिसमें कई और लोग भी शामिल थे। इन सबको जेल जाना पड़ा
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2017 में 56 साल की उम्र में हर्षद मेहता की तरह तेलगी की मौत जेल में ही हुई
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Scam 2003:The Telgi Story नाम से एक वेब सीरीज 2 सितंबर को लॉन्च होने जा रही है, जो अब्दुल करीम तेलगी पर आधारित होगी
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