Nov 15, 2023
वानखेड़े स्टेडियम में पहला सेमीफाइनल हो रहा है। और वह India v New Zealand का गवाह बन रहा है, पर क्या आप जानते हैं कि स्टेडियम बनाने में किसका हाथ है।
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वानखेड़े स्टेडियम 1974 में बनाया गया था और पहला टेस्ट मैच 23 से 28 जनवरी 1975 तक भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया था।
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इसका नाम 1974 में मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष बैरिस्टर शेषराव वानखेड़े के नाम पर रखा गया है।
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ICC विश्व कप क्रिकेट 2011 के फाइनल की मेजबानी के लिए मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम को चुना गया तब यहां उतनी अच्छी फैसिलिटी नहीं जिसके चलते इसे दोबारा बनाने की पहल की गई।
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इसे बनाने के लिए जाने-माने आर्किटेक्ट्स शशि प्रभु एंड एसोसिएट्स और मैसर्स को शॉर्टलिस्ट किया गया था।
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इन्होंने इसके इंटीरियर और आर्किटेक्चर डिजाइन में 255 करोड़ रुपये खर्च किए।
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32,000 दर्शकों की क्षमता वाले स्टेडियम में रंगीन बकेट सीटों के साथ कई लिफ्ट, सीढ़ियां और अन्य फैसिलिटी दी गई हैं।
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वहीं वानखेड़े स्टेडियम के कंस्ट्रक्शन और स्ट्रक्चरल स्टील ब्रैकट ट्रस को लगाने का काम लार्सेन एंड टुर्बो द्वारा किया गया है।
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