Jan 5, 2024
नरेन्द्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद यह केन्द्र शासित प्रदेश चर्चा में है।
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लक्ष्यद्वीप के नाम पर एक ट्रेन मंगला लक्षद्वीप एक्सप्रेस (पीटी), हज़रत निज़ामुद्दीन से एर्नाकुलम जंक्शन तक चलती है।
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ट्रेन सप्ताह के हर दिन चलती है, हज़रत निज़ामुद्दीन से सुबह 5:40 बजे प्रस्थान करती है और सुबह 7:30 बजे एर्नाकुलम जंक्शन पहुंचती है।
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कल्याण जंक्शन, मथुरा जंक्शन और आगरा कैंट जैसे प्रमुख स्टेशनों से गुजरते हुए ट्रेन को यात्रा पूरी करने में लगभग 34 घंटे लगते हैं।
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लेकिन आप को जानकर हैरानी होगी कि भले इस ट्रेन के नाम में लक्षद्वीप हो लेकिन वहां लक्षद्वीप तक कोई ट्रेन नहीं जाती है।
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लक्षद्वीप केरल के तट से 300 किलोमीटर दूर स्थित एक द्वीप है जिसकी वजह से वह रेल सिस्टम से जुड़ा नहीं है। आप कोच्चि से हवाई और जल मार्ग द्वारा लक्षद्वीप पहुंच सकते हैं।
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लक्षद्वीप पहुंचने के लिए, आप एर्नाकुलम जंक्शन तक ट्रेन ले सकते हैं, फिर विलिंग्डन द्वीप जेट्टी तक टैक्सी ले सकते हैं, और फिर कावारत्ती के लिए पानी का जहाज ले सकते हैं।
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केरल और लक्षद्वीप के बीच की दूरी 408 किलोमीटर है। शिप से जाने की लागत 2,200 रुपये से 5000 रुपये होती है। वहीं फ्लाइट की लागत 5,500 रुपये होती है।
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