Apr 8, 2024
हाल ही में सतलज नदी के रेत में दुर्लभ धातु टैनटेलम मिली है। जो भारतीय उद्योग जगत में क्रांति ला सकती है।
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टैनटेलम बेहद कम मात्रा में पाया जाता है। धरती पर इसकी मात्रा केवल 0.002 फीसदी है। और इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री में इसकी बेहद मांग है।
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इस धातु में जंग लगना बेहद मुश्किल है। इसकी वजह से लैपटॉप, मोबाइल फोन से से लेकर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाने में बेहद कारगर है।
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टैनटेलम की एक और खासियत है कि यह बेहद उच्च तापमान (3017 डिग्री सेंटीग्रेड) पर पिघलता है।
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लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट आदि के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले कैपेसिटर का यूज इसी धातु के जरिए होता है।
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जिस तरह इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों का वर्चस्व बढ़ रहा है, उससे विकसित भारत के निर्माण में बड़ी मदद मिलेगी।
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अगर इसका वाणिज्यिक उत्पादन शुरू होता है तो भारत में इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के निर्माण लागत घट सकती है।
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इसके अलावा मेडिकल उपकरण बनाने में टैनटेलम का भी इस्तेमाल होता है।
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