Dec 24, 2023
रोजी-रोटी इंसान से कुछ भी करा सकती है और कई बार यही सफलता की वजह बनती है।
Credit: Twitter
गुजरात के वलसाड से साल 1900 में 12 साल का एक लड़का से मुंबई के लिए निकलता है और वहां सिलाई सीखता है।
Credit: Twitter
मुंबई में दूसरों की दुकानों काम करते हुए उस लड़के 6 साल बाद यानी 18 साल की उम्र में गामदेवी इलाके में अपनी दुकान शुरू की।
Credit: Twitter
कुछ ही सालों में उसने दो कंपनियों की नींव रखी दी। पहली- ‘डी मोहनलाल एंड कंपनी’ और दूसरी ‘छिबा दुर्लभ’।
Credit: Twitter
आगे चलकर वो लड़का नामी सिल्क व्यापारी मोहनलाल दयाल के नाम से मशहूर हुआ।
Credit: Twitter
मोहनलाल दयाल ही वो व्यक्ति हैं, जिन्होंने बाद में पारले कंपनी बनाई, जो आज देश का जाना पहचाना ब्रांड है।
Credit: Twitter
आज पारले जी का भारत के साथ ही अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में बिजनेस है।
Credit: Twitter
2023 में पारले का रेवेन्यू 17,223 करोड़ रुपए पहुंच गया है। इस साल पारले ने 905 करोड़ का मुनाफा कमाया है।
Credit: Twitter
Thanks For Reading!
Find out More