Oct 27, 2023
देश में एक बार फिर प्याज की कीमतें बढ़ने लगी हैं। पिछले 15 दिनों में थोक बाजार में कीमतें 90 फीसदी तक बढ़ी हैं। और इस कारण रिटेल में वह 55-60 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है।
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पूरे देश में रोजाना 55000-60000 टन प्याज की खपत है। और इस खपत का करीब एक तिहाई हिस्सा महाराष्ट्र से पूरा होता है। उसमें भी नासिक स्थित लासलगांव मंडी प्याज के कारोबार को कंट्रोल करती है।
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लासालगांव मंडी साल 1947 में शुरू हुई थी। उस वक्त यह 24 एकड़ में फैली थी। और यही वह मंडी है, जहां से पूरे देश की सप्लाई प्रभावित होती है।
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लासलपुर मंडी में आमतौर पर औसतन रोज 17,000 क्विंटल प्याज का कारोबार होता है। और यह मेन सीजन में 30,000 क्विंटल तक भी पहुंच जाता है।
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एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी में सबसे अच्छी क्वॉलिटी की प्याज पहुंचती है। ऐसे में इसकी पूरे देश में मांग रहती है।
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चूंकि यहां सबसे अच्छी क्वॉलिटी की प्याज पहुंचती है, इसलिए विदेश से भी मांग रहती है। मलेशिया, यूरोप, कतर, यूएई, सउदी अरब भी प्याज भेजी जाती है।
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भारत में प्याज की कीमतें इतनी सेंसटिव हैं कि इससे सरकारें गिरती और बनती हैं।
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इसीलिए प्याज भारत में पिछले 45 साल से चुनावी फसल भी बनी हुई है। और कोई भी सरकार प्याज की बढ़ती कीमतों का खतरा मोल नहीं लेना चाहती है।
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