Nov 6, 2023
भारत में मिठाई इंडस्ट्री 5000 करोड़ रु की है। दिवाली के समय मिठाई कारोबारियों का बिजनेस काफी तगड़ा रहता है
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मगर क्या आप जानते हैं कि भारत के सबसे पुराने हलवाई कौन से हैं? आइए हम आपको बताते हैं
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आगरा के भगत हलवाई की शुरुआत 1795 में लेख राज भगत ने की थी। इसके 400 ग्राम के मिठाई के पैक करीब 500 रु है
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1916 में शुरू हुए मुंबई के पंजाबी घसीटाराम हलवाई बेसन के लड्डू से लेकर पेड़ा और काजू कतली तक बनाते हैं
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कोलकाता के केसी दास हलवाई की शुरुआत 1866 में हुई थी, जिसने 1930 में पहला कैन में पैक रसगुल्ला पेश किया
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मुंबई के पारसी डेयरी फार्म की शुरुआत भी 1916 में हुई, जो 80 से अधिक तरह की मिठाई की पेशकश करती है
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84 साल पुराने चेन्नई के बाशा हलवावाला का शहद में बना हलवा 'दम का रोस्ट' बेहद फेमस है, जिसकी कीमत 500 रु किलो है
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चांदनी चौक में मौजूद चैना राम सिंधी कन्फेक्शनर्स की शुरुआत 1947 में हुई। उससे पहले ये दुकान लाहौर के अनारकली मार्केट में थी
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चांदनी चौक की मशहूर पराठे वाली गली में है कंवरजी मिठाई वाले, जिसकी शुरुआत 1850 में की गई थी। इसका पिस्ता लौज बेहद फेमस है
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चंदूलाल बहल ने कराची से मुंबई आकर 1896 में पंजाबी चंदू हलवाई की शुरुआत की थी, जिसकी सिंधी जलेबी बेहद फेमस है
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1988 में बेंगलुरु में आनंद स्वीट्स की शुरुआत आनंद दयाल दादू ने की थी, जिसकी बालूशाही और मोतीचूर के लड्डू पसंद किए जाते हैं
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