Jul 17, 2023
आज के दौर में जब कंपनियां थोड़े सी कमाई गिरने पर एक झटके में कर्मचारियों को नौकरी से निकाल देती हैं। टाटा ग्रुप ने ऐसी मिसाल पेश की है, जिसकी हर कोई सराहना करेगा।
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मेहरबाई टाटा ने आज से 100 साल पहले वह कर दिखाया, जो करना बड़े-बड़े अरबपतियों के बस की बात नहीं है।
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मेहरबाई टाटा दोराबजी टाटा की पत्नी थीं। और दोरबाजी ने लंदन से अपनी पत्नी के लिए बेहद महंगा गिफ्ट खरीदा था।
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दोराबजी टाटा ने पत्नी के लिए कोहिनूर से भी बड़ा 245.35 कैरेट का जुबली डायमंड खरीदा था।
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द्वितीय विश्व युद्द के दौरान दुनिया मंदी में आ गई और टाटा ग्रुप के लिए टाटा स्टील के कर्मचारियों की सैलरी देने में मुश्किल आ रही थी।
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लोगों की नौकरी नहीं जाय और सैलरी मिले इसके लिए मेहरबाई और दोराबजी टाटा ने अपनी पूरी दौलत गिरवी रख दी। मेहरबाई ने इस दौरान जुबली डायमंड को भी बैंक में गिरवी रख दिया।
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मेहरबाई टाटा के पास जो जुबली डायमंड था उसकी साल 1900 में एक लाख पाउंड कीमत थी। और वह कोहिनूर से साइज में डबल था।
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दोराबजी ने टाटा मेमोरियल अस्पताल का भी निर्माण कराया। जो आज दुनिया भर में फेमस है।
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मेहरबाई टाटा एक प्रमुख समाज सेविका थी। उन्होंने भारत में बाल विवाह रोकने , महिलाओं के अधिकारों के लिए अहम भूमिका निभाई थी।
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