Jun 13, 2024
भारत में बिजली के तार बनाने वाली कई कंपनियां हैं। इनमें पॉलीकैब इंडिया, हैवेल्स इंडिया, आरआर काबेल और केईआई इंडस्ट्रीज शामिल हैं
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वहीं स्टरलाइट इंडस्ट्रीज भी बिजली के तार बनाती है, जिसकी मार्केट कैपिटल 6,587.60 करोड़ रु है। केईआई इंडस्ट्रीज की मार्केट कैप 43,790 करोड़ है
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पॉलीकैब की मार्केट कैप 1,04,646.7 लाख करोड़, हैवेल्स की 1,15,388 लाख करोड़ और आरआर काबेल की 19,786.72 करोड़ रु है
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BIS भारतीय स्टैंडर्ड (IS) कोड के तहत बिजली के तारों के लिए सर्टिफिकेशन प्रोवाइड करती है, जिसे आप अच्छी क्वालिटी के तार की पैकेजिंग पर देख सकते हैं
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कंडक्टर को कवर करने वाले इन्सुलेशन मैटेरियल (ऊपर की प्लास्टिक आदि) की जांच करें। इसमें कट, घर्षण या किसी भी तरह का डैमेज नहीं होना चाहिए
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केबल की लंबाई को छूकर देखें कि इन्सुलेशन की मोटाई एक जैसी है या नहीं। अगर मोटाई कम-ज्यादा है तो इसकी वजह घटिया क्वालिटी या मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट हो सकता है
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केबल के अंदर कंडक्टर की क्वालिटी चेक करने के लिए मल्टीमीटर का उपयोग करें
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ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि किसी ओपन सर्किट या शॉर्ट सर्किट से बिजली में दिक्कत या आग लगने का खतरा न बने
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