Mar 10, 2024
दुनिया भर में चर्चित AK या AK-47 गन के कई वेरिएंट हैं। इसे सोवियत संघ (जो बाद में रूस बना) के मिखाइल कलाश्निकोव ने डिजाइन किया था
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आज इस गन को मुख्य तौर पर दो कपंनियां बनाती हैं, जिनमें चीन की Norinco और रूस का कलाश्निकोव ग्रुप शामिल है
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चीन की Norinco मुख्य तौर पर इसका AK-56 वेरिएंट बनाती है। कलाश्निकोव ग्रुप कलाश्निकोव राइफल का असल मैन्युफैक्चरर है
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अल-जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार 2022 तक कलाश्निकोव की 10 करोड़ बंदूकें बिक गई थीं। इसका निर्यात कई देशों में होता है
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फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार ऑरिजनल कलाश्निकोव का रेट 2.3 लाख रु से 4 लाख रु तक हो सकता है
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1919 में जन्मे मिखाइल कलाश्निकोव ने दो साल इस गन की डिजाइनिंग में लगाए। 1947 में AK सोवियन आर्मी के पास पहुंची। उस समय मिखाइल 28 साल के थे
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दिसंबर 2013 में मिखाइल कलाश्निकोव का निधन हो गया था। उसी साल मई में उन्होंने रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च को एक लेटर लिखा
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लेटर में कलाश्निकोव बंदूक से होने वाली मौतों पर उन्होंने खेद जताया और खुद पर सवाल उठाया कि क्या मैं इन मौतों का जिम्मेदार हूं
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मिखाइल कलाश्निकोव कलाश्निकोव ग्रुप के प्रमुख लोगों में शामिल रहे। इस ग्रुप की शुरुआत 1807 में एलेक्जेंडर I ने की थी
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आज ये ग्रुप कई तरह की राइफल, पिस्टल से लेकर ड्रोन और फिशिंग बोट तक बनाता है
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