Oct 30, 2023
जब ओला-उबर भारतीय मार्केट में पैदा भी नहीं हुए थे, तब से काली-पीली टैक्सी मुंबई को रफ्तार देती थी।
Credit: Twitter
काली बॉडी और पीली छत के चलते फिएट प्रीमियर पद्मिनी को कली-पीली टैक्सी कहा जाता था।
Credit: Twitter
कार टैक्सी सर्विस से मुंबई वालों को खास लगाव है, आप किसी भी मुंबईकर से इसकी कहानी सुन सकते हैं।
Credit: Twitter
आनंद महिंद्रा ने भी एक्स पर पोस्ट करते हुए काली-पीली टैक्सी के बारे में अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं।
Credit: Twitter
आनंद महिंद्रा ने कहा कि भले ही इस कार में कई खामियां थीं, लेकिन ये लाखों लोगों की यादें संजोए हुए है।
Credit: Twitter
ये टैक्सी अब बहुत पुरानी हो चुकी हैं और इन्हें चलाना अब पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचाने के बराबर है।
Credit: Twitter
कुछ समय पहले ही मुंबई की सड़कों से डबल-डेकर बसों को भी हटा लिया गया जिसका कारण यही था।
Credit: Twitter
Thanks For Reading!
Find out More