झारखंड: बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव एक फिर चर्चा में हैं। तेज प्रताप यादव इस बार अपने किसी बयान के लिए नहीं बल्कि अपने लुक को लेकर चर्चा में हैं। सोमवार को पूर्व स्वास्थ्य मंत्री 'कावंड़िये' के रूप में नजर आए। इस दौरान उन्होंने झारखंड के देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर में भगवान शिव की पूजा- अर्चना की। आरजेडी नेता के साथ उनके तमाम समर्थक और बाउंसर भी नजर आए।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर
बता दें कि इस समय सावन माह चल रहा हैं, इसलिए तेज प्रताप यादव देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ के दर्शन करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने केसरिया रंग की टीशर्ट, माथे पर चंदन और गले में माला पहन रखा था। तेज प्रताप का यह लुक सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
शिव के रुप में तेज प्रताप
इससे पहले सावन के पहले सोमवार को बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने भगवान शिव की पूजा की थी। इस दौरान भगवान शंकर का रुद्रभिषेक करते हुए वह शिव के वेश में दिखे थे। पटना के एक मंदिर में पूजा करते हुए तेज प्रताप ने गले में रूद्राक्ष का माला और माथे पर चंदन का लेप भी लगा रखा था। तेज प्रताप ने ये तस्वीर अपने सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम पर भी शेयर की थी।
(तस्वीर साभार- इंस्टाग्राम)
बांसुरी बजाते हुए पहुंचे थे मां से आशीर्वाद लेने
यह कोई पहला अवसर नहीं है जब तेज प्रताप अपने लुक को लेकर चर्चा में हैं। इससे पहले भी वह अपने लुक को लेकर सुर्खियों में छाए रहते हैं। बीते वर्ष भी वह अपने शिव रूप के कारण चर्चा में आए थे। इससे पहले वह एक बार भगवान श्रीकृष्णा के रूप में नजर आए थे। वहीं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और अपनी मां राबड़ी देवी से नए वर्ष पर आशीर्वाद लेने तेज प्रताप बांसुरी बजाते हुए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पगड़ी में मोर का पंख लगा रखा था।
(तस्वीर साभार- इंस्टाग्राम)
जलेबी बनाते दिखे थे
वहीं तेज प्रताप यादव साल 2017 में जलेबी बनाते नजर आए थे। इस दौरान उन्होंने धोती कुर्ता पहन रखा था और माथे पर चंदन भी लगाया था। तेजप्रताप यादव को बसंत पंचमी समारोह के पहले दिन सरस्वती पूजा के लिए कुर्सी पर बैठकर जलेबी बनाते देखा गया था।
वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान तेज प्रताप यादव अपनी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल से नाराज हो गए थे। वह अपने दो उम्मीदवार को शिवहर और जहानाबाद से टिकट दिलवाना चाह रहे थे,लेकिन पार्टी ने उनकी मांग को नजरअंदाज कर दिया था। इसके बाद से ये माना जा रहा था कि तेज प्रताप पार्टी छोड़ देंगे। हालांकि बाद मेंउन्होंने पार्टी छोड़ने वाली बात को अफवाह बताया था।