हैदराबादः आपने कभी ऐसा सुना है कि बाल कटवाने से पानी की कमी पूरी हो जाती है। नहीं न, लेकिन तेलंगाना के एक गांव में ऐसा हुआ। जी हां, तेलंगाना के मेंडक जिले में एक प्रिसिंपल ने पानी की कमी की वजह से हॉस्टल की 150 छात्राओं के बाल कटवा दिए। ये घटना तेलंगाना के गुरुकुल की है।
इतना ही नहीं इस प्रिसिंपल ने इन छात्रों के जबरदस्ती बाल कटवाए है। इस घटना के बारे में जब पता चला जब छात्राओं के माता-पिता उनसे मिलने के लिए उनके हॉस्टल पहुंचे। गुरुकुल की प्रिसिपंल का नाम के. अरुणा है। जब उनके माता-पिता ने अपनी बेटियों के सिर पर बाल नहीं देखे, तो वो भड़क गए, उन्होंने प्रिसिंपल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है।
प्रिसिंपल का कहना है, कि छात्राओं के बाल धोने की वजह से पानी खत्म हो जाता है। इसलिए उन्होंने उनके बाल कटवाए है और छात्राओं ने अपने बाल अपनी मर्जी से कटवाए है। इतना ही नहीं प्रिसिंपल का कहना है कि छात्राओं की भलाई के लिए ये कदम उठाया गया है, क्योंकि छात्राएं त्वचा संबंधी रोग से पीड़ित थी।
बता दें, प्रिसिंपल ने इस काम के लिए हॉस्टिल में दो नाईयों को बुलाया और सबके बाल कटवा दिए। इतना ही नहीं प्रिसिंपल ने हर छात्रा से 25 रुपए भी लिए। पानी की कमी की वजह से प्रिसिंपल को इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा।