नई दिल्ली: रिलायंस जियो इंफोकॉम टेलीकॉम उपकरण खरीदने के लिए 100 करोड़ डॉलर का कर्ज करने की तैयारी में है। इसके साथ ही जियो वित्तीय सेवाओं को शुरू करेगी और होम ब्रॉडबैंड की कीमत को भी अनवील करेगी। मोबाइल फोन ऑपरेटर 100 कोरड़ डॉलर (लगभग 6,871 करोड़ रुपए) का कर्ज विदेश से जुटाने की कोशिश में है। मामले से जुड़े तीन लोगों ने बताया कि इस कर्ज की गारंटी कोरियन ट्रेड इंश्योरेंस कंपनी लेगी।
जियो की पैरेंट कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज 12 अगस्त को होने वाली रिलायंस की एजीएम में इन वित्तीय सेवाओं की जानकारी प्रदान कर सकती है। जियो इन सेवा को अपने 34 करोड़ ग्रहाकों को प्रदान करेगी, जिससे वह और ज्यादा ग्रहाकों को आकर्षित कर सके। हालांकि ये अभी तक साफ नहीं है कि इन वित्तीय सेवाओं को जियो पेमेंट बैंक के जरिए प्रदान किया जाएगा या फिर इन्हें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ एक ज्वाइंट वेंचर के रूप में शुरू किया जाएगा।
इस मामले से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया है कि जियो इस संबंध में कोई जानकारी जल्द ही प्रदान कर सकती है, जिसमें होम ब्रॉडबैंड सेवा की कीमत भी होगी, जो पिछले दो साल से ट्रायल पर चल रही है। कोरिया ट्रेड इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन, साउथ कोरिया की आधिकारिक एक्सपोर्ट क्रेडिट एजेंसी, भारत के तेजी से बढ़ते टेलीकॉम ऑपरेटर की विदेश से आने वाली खेप की गारंटी लेगी। जो जियो को अपनी 4जी सेवा और फाइबर नेटवर्क को बढ़ाने में मदद करेगी और 5जी सर्विस को शुरू करने के लिए स्पेक्ट्रम खरीदने में मदद करेगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक व्यक्ति ने बताया कि संभव है कि जियो सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स और एस टेक्नोलॉजी कॉर्प के लिए टेलीकॉम उपकरण खरीद सकती है। इस लोन 10 साल के लिए लिया जाएगा। जियो इस लोन के लिए विदेशी बैंक जैसे एचएसबीडी, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड बैंक, मिस्तुबिशी यूएफजी फाइनेंशियल ग्रुप, सिटी और जीपी मोरगन से संपर्क में है।