भगवान श्रीगणेश की पूजा सबसे पहले की जाती है। उनके ध्यान से संकटों से छुटकारा मिलता है। आज यानी 27 अप्रैल को विनायक चतुर्थी है। हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी मनाई जाती है। इस दिन व्रत रखकर पूरे विधि विधान के साथ भगवान गणेश की पूजा की जाती है। ऐसा करने से वे प्रसन्न हो कर मनवांछित फल देते हैं और परेशानियों को हर लेते हैं।
व्रत का महत्व
विनायक चतुर्थी के व्रत और भगवान श्री गणेश के ध्यान और पूजा से वे खुश होकर आपकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। साथ ही गणेश जी आपके जीवन की सभी परेशानियों और मुश्किलों को भी दूर करते हैं। लेकिन आपको पूजा करते हुए कुछ बातों का खास ख्याल रखना जरूरी है।
हम आपको बताते हैं कि विनायक चतुर्थी की कैसे की जानी चाहिए। इससे पहले आपको गणेश जी पूजा का मुहूर्त जानना जरूरी है। आज दिन में 11 बजे से मुहूर्त शुरू है, जो दोपहर 01 बजे 30 मिनट तक है।
ऐसे करें पूजा
आज सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। फिर लाल वस्त्र पहनकर तैयार हो जाएं। शुभ मुहूर्त में भगवान श्री गणेश की आराधना करें। उनकी कुमकुम, अक्षत, अबील, हल्दी, मेहंदी, सिंदूर, धूप, दीप से पूजा करें। वहीं इस खास पूजा के लिए आपको पांच महत्वपूर्ण चीजों की भी जरूरत है - इस दिन आप भगवान श्री गणेश को लाल पुष्प, सुपारी, पान का पत्ता, दूर्वा और केला जरूर चढ़ाएं। साथ ही गणपति को 21 या 11 लड्डूओं का भोग लगाकर परिजनों में प्रसाद बांटे। इस दौरान मंत्र का भी जाप करें।