सोमवती अमावस्या के दिन विधि विधान से पूजा करने से पितृदोष दूर होता है। इसे हिंदू धर्म में बेहद शुभ माना जाता है। वहीं देखा गया है कि सोमवती अमावस्या सोमवार के दिन ही पड़ती है। इसलिए इस दिन विवाहित महिलाएं खासतौर पर पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। मान्यता अनुसार इस दिन दान करना अतिमहत्व होता है। मान्यता है कि दान करने या किसी भूखे को भोजन कराने से विष्णुदेव प्रसन्न होकर आशीष प्रदान करते हैं।
सोमवती अमावस्या के दिन पीपल की पूजा होती है। शास्त्रों में इस पेड़ को एक बड़ा स्थान प्रदान है इसलिये आज के दिन पीपल के पेड़ और शिव जी की पूजा विशेष फलदायी मानी गई है। अत: सोमवती अमावस्या को पीपल के पूजन से सौभाग्य की वृद्धि होती है। कहते हैं कि पीपल के पेड़ पर शिव जी का वास होता है इसलिये सुहागिन महिलाएं पूजन और परिक्रमा कर के लाभ पाती हैं।
सोमवती अमावस्या के दिन करें ये खास उपाय
आर्थिक संकट से छुटकारा पाने के लिए सोमवती अमावस्या के दिन 108 बार तुलसी के पौधे की श्री हरि-श्री हरि अथवा ॐ नमो नारयण का जाप करते हुए परिक्रमा करनी चाहिए।