सावन मास में जिस तरह से शिवजी के रुद्राभिषेक का महत्व होता है, ठीक उसी तरह शिवा मुट्ठी चढ़ाने का भी महत्व है। खास बात ये है कि सावन में यदि पांच सोमवार जिस बार पड़ते हैं, उसमें शिवा मुट्ठी चढ़ाने का सबसे अमोघ पुण्य मिलता है। इस बार सावन में पांच सोमवार पड़ रहे हैं। यदि आपने अब तक शिवा मुट्ठी शिवजी को अर्पित नहीं किया तो घबराएं नहीं, बल्कि आप सावन के किसी भी सोमवार को शिवा मुट्ठी चढ़ा सकते हैं।
खास कर अंतिम सोमवार के दिन भी चढ़ा कर पूरे सावन के सोमवार का लाभ पा सकते हैं। शिवा मुट्ठी चढ़ाने के लिए शाम के समय सबसे ज्यादा उपयुक्त माना गया है। तो आइए जानें क्या है ये शिवा मुट्ठी और इसे चढ़ाने की विधि और फायदे।
what is shiv mutthi, shiv muthi upay in sawan : सावन में शिवजी को चढ़ाएं शिवा मुट्ठी
Shiv Puja with shiv mutthi : शिवा मुट्ठी चढ़ाने से पहले कैसे करें शिवपूजा
शिवा मुट्ठी को सोमवार की शाम को चढ़ाना चाहिए। शिवा मुट्ठी चढ़ाने से पहले शिवजी को पंचामृत चढ़ाएं। इसके बाद शिवजी को जल से स्नार करा कर 108 बेलपत्र पर ऊं नम: शिवाय लिखकर चढ़ाएं। इसके बाद शिवजी को इत्र चढ़ाएं। फिर पीली धोती शिवलिंग पर चढ़ाएं और साथ में माता पार्वती को चुनरी चढ़ाएं। इसके बाद पूरे शिव परिवार को जल दें और पूजा करें। अंत में शिवा मुट्ठी शिवलिंग पर चढ़ाएं।
नोट : यदि आप किसी भी सोमवार को शिवा मुट्ठी चढ़ाना भूल गए तो अगले सोमवार को उसे चढ़ा सकते हैं। अंतिम सोमवार के सारे ही चार सोमवार के अनाज को भी चढ़ाया जा सकता है।