अमीर लोग घर में इस तरह से बनवाते हैं गुसलखाना, शौचालय सीट से लेकर गीजर तक की दिशा पर देते हैं ध्यान

Bathroom Vastu Tips In Hindi: बाथरूम जिसे हिंदी में स्नान घर या गुसलखाना भी कहते हैं। ये घर का एक प्रमुख हिस्सा होता है जो रोजाना इस्तेमाल में आता है। इसलिए इसका सही तरीके से बना होना बेहद जरूरी होता है। जानिए वास्तु शास्त्र अनुसार बाथरूम कहां और कैस बनवाना चाहिए।

वास्तु अनुसार कैसा होना चाहिए घर का बाथरूम
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वास्तु अनुसार कैसा होना चाहिए घर का बाथरूम?

पहले के दौर में घरों में स्नान घर और शौचालय दोनों अलग-अलग बनाया जाता था। लेकिन अब दोनों चीजें एक साथ बनवाने का रिवाज काफी ज्यादा बढ़ गया है। ऐसे में अगर इसे वास्तु अनुसार न बनवाया जाए तो इससे घर में काफी नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो जाती है। यहां हम आपको बताएंगे बाथरूम बनवाने को लेकर वास्तु शास्त्र क्या कहता है।

स्नान घर कहां बनवाएं
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स्नान घर कहां बनवाएं?

घर में स्नान घर नैऋत्य कोण या फिर दक्षिण दिशा के मध्य में होना चाहिए। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि ईशान एवं अग्नि कोण की तरफ स्नान घर कभी नहीं बनवाना चाहिए।

टॉयलेट सीट कहां होनी चाहिए
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टॉयलेट सीट कहां होनी चाहिए?

शौचालय की सीट पश्चिम या उत्तर पश्चिम दिशा में होनी चाहिए। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि बाथरूम किचन या उसके बगल में नहीं होना चाहिए।

गीजर कहां होना चाहिए
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गीजर कहां होना चाहिए?

बाथरूम में गीजर आग्नेय कोण की तरफ लगाना चाहिए। इससे गीजर लंबे समय तक चलता है।

exhaust fan कहां लगवाएं
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exhaust fan कहां लगवाएं?

बाथरूम में exhaust fan उत्तरी या पूर्वी दीवार पर लगवाना चाहिए। इससे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।

पानी निकालने की नाली कहां बनवाएं
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पानी निकालने की नाली कहां बनवाएं?

बाथरूम में पानी को बहाने की नाली उत्तर-पूर्व दिशा में बनवानी चाहिए। इससे नाली बार-बार खराब नहीं होगी।

रोशनदार कहां बनवाएं
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रोशनदार कहां बनवाएं

बाथरूम में पूर्वी दीवार पर अंदर की ओर रोशनदार बनवाना चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं हो सकेगा।

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