तेज होने लगी तेजस की 'रफ्तार', नासिक फैक्टरी में बना LCA Mk-1A जुलाई में भरेगा अपनी पहली उड़ान

Nashik-produced LCA Mk-1A : तेजस विमानों की आपूर्ति में कमी अब दूर होने जा रही है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के नासिक संयंत्र में बना पहला हल्का लड़ाकू एयरक्राफ्ट (LCA Mk-1A) उड़ान भरने के लिए तैयार है। रिपोर्टों में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि LCA Mk-1A अपनी पहली उड़ान जुलाई के मध्य में भर सकता है। जबकि बेंगलुरु में बने LCA Mk-1A की पहली डिलीवरी भारतीय वायु सेना को जुलाई-अगस्त में हो सकती है।

नासिक से इस साल निकलेंगे चार से पांच तेजस
01 / 05

​नासिक से इस साल निकलेंगे चार से पांच तेजस​

रिपोर्टों में एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि नासिक संयंत्र से इस साल चार से पांच तेजस Mk-1A बनकर निकलेंगे। इसके बाद अगले साल हर वर्ष यह संख्या आठ हो जाएगी। इससे तेजस की आपूर्ति में में हुई देरी की भरपाई करने में मदद लेगी।

बेंगलुरु में हर साल 16 Mk-1A बना सकता है
02 / 05

​बेंगलुरु में हर साल 16 Mk-1A बना सकता है​

HAL बेंगलुरु में हर साल 16 Mk-1A बना सकता है। नासिक से होने वाले उत्पादन को भी जोड़ लिया जाए तो यह संख्या 24 हो जाती है। बेंगलुरु में तैयार LCA Mk-1A ने पहली बार उड़ान मार्च 2014 में भरी थी। इसके 16 महीने बाद IAF को यह विमान मिलने जा रहा है।

GE की तरफ से जेट इंजन की आपूर्ति में हुई देरी
03 / 05

​GE की तरफ से जेट इंजन की आपूर्ति में हुई देरी

अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (GE) की तरफ से जेट इंजन F 404 की आपूर्ति में हुई देरी की वजह से तेजस विमान समय पर तैयार नहीं हो पाए। इसके अलावा विमानों के उत्पादन में देरी के लिए दस्तावेज से जुड़ी कुछ अन्य वजहें भी रहीं।

देरी पर वायु सेना कई बार चिंता जाहिर कर चुकी है
04 / 05

देरी पर वायु सेना कई बार चिंता जाहिर कर चुकी है

बता दें कि LCA Mk-1A की आपूर्ति पर हुई देरी को लेकर वायु सेना कई बार चिंता जाहिर कर चुकी है। नए फाइटर प्लेन न मिलने की वजह से उसकी अभियानगत क्षमता प्रभावित हो रही है। वायु सेना के पास फाइटर प्लेन के अभी 31 स्क्वाड्रन हैं जबकि दो मोर्चों पर दुश्मन का सामना करने के लिए स्क्वाड्रन की संख्या कम से कम 42 प्रस्तावित है।

83 Mk-1A खरीदने का ऑर्डर दिया था
05 / 05

83 Mk-1A खरीदने का ऑर्डर दिया था

83 Mk-1A फाइटर प्लेन खरीदने के लिए वायु सेना ने फरवरी 2021 में 48,000 करोड़ रुपए का आर्डर दिया था। वायु सेना की योजना 67,000 करोड़ रुपए की लागत से 97 और Mk-1A खरीदने की है।

End of Photo Gallery
Subscribe to our daily Newsletter!

© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited