ब्लू कॉलर और व्हाइट कॉलर जॉब में क्या होता है अंतर, जानें कौन से वर्कर हैं आप

आपने लोगों को ये कहते सुना होगा कि वह ब्लू या व्हाइट कॉलर जॉब करते हैं। लेकिन क्या आपको ब्लू कॉलर या व्हाइट कॉलर जॉब के बीच का अंतर पता है? अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको दोनों के बीच का फर्क समझाते हैं।

ब्लू या व्हाइट कॉलर जॉब
01 / 05

​​ब्लू या व्हाइट कॉलर जॉब​

आपने लोगों को ये कहते सुना होगा कि वह ब्लू या व्हाइट कॉलर जॉब करते हैं। लेकिन क्या आपको ब्लू कॉलर या व्हाइट कॉलर जॉब के बीच का अंतर पता है? अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको दोनों के बीच का फर्क समझाते हैं।

समाज के लिए जरूरी
02 / 05

​समाज के लिए जरूरी​

ब्लू कॉलर और व्हाइट कॉलर जॉब्स दोनों ही समाज और अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक हैं। ब्लू कॉलर में शारीरिक मेहनत होती है, जबकि व्हाइट कॉलर में दिमाग से काम करते हैं।

ब्लू कॉलर जॉब
03 / 05

​ब्लू कॉलर जॉब​

बता दें कि ब्लू कॉलर जॉब में ऐसे वर्कर आते हैं, जो दिहाड़ी काम करते हैं। ब्लू कॉलर वर्कर्स को लेबर भी कहा जाता है क्योंकि आमतौर पर यह शारीरिक श्रम करते हैं। इसमें वेल्डर, मैकेनिक, इलेक्ट्रीशियन, माइनिंग, खेती -किसानी करने वाले वर्कर शामिल हैं।

व्हाइट कॉलर जॉब
04 / 05

​व्हाइट कॉलर जॉब​

वहीं, व्हाइट कॉलर वर्कर ऑफिस में बैठकर काम करते हैं। इसमें ज्यादा स्किल्ड लोग आते हैं। व्हाइट कॉलर वर्कर में ज्यादातर सूट और टाई वाले प्रोफेशनल्स आते हैं। इन्हें शारीरिक तौर पर मेहनत नहीं करनी पड़ती है। इसमें 9 -5 टाइमिंग वाली जॉब शामिल है।

गोल्ड पिंक और ग्रे कॉलर
05 / 05

​गोल्ड, पिंक और ग्रे कॉलर​

ब्लू और व्हाइट कॉलर की तरह ही गोल्ड कॉलर, पिंक कॉलर और ग्रे कॉलर जॉब्स भी होती है।

End of Photo Gallery
Subscribe to our daily Newsletter!

© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited