पिता क्लर्क और बेटी बन गई IAS, यूट्यूब से पढ़ाई कर UPSC पर साधा निशाना

IAS Akanksha Anand Inspirational Story: संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा पास करने में लोगों की उम्र गुजर जाती है और उसके बाद भी सफलता हासिल नहीं हो पाती है। लेकिन कुछ ऐसे प्रतिभावान होते हैं जो अपने लक्ष्य को भेद देते हैं। ​2023 बैच की आईएएस अधिकारी डॉ. आकांक्षा आनंद उन्हीं में से हैं जिन्होंने बिना कोचिंग के दूसरे प्रयास में यूपीएससी क्रैक कर इतिहास रच दिया था। आइये जानते हैं उनके आईएएस बनने की कहानी।

आईएएस आकांक्षा आनंद
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आईएएस आकांक्षा आनंद

बिहार के पटना की रहने वाली डॉ. आकांक्षा आनंद कॉलेज के समय से ही आईएएस बनना चाहती थीं। इसके लिए उन्होंने ग्रेजुएशन के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।

2023 बैच की आईएएस
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2023 बैच की आईएएस

2023 बैच की आईएएस अधिकारी डॉ. आकांक्षा आनंद ने बिना कोचिंग के दूसरे प्रयास में यूपीएससी क्रैक कर इतिहास रच दिया था। उनकी सफलता की कहानी काफी दिलचस्प है।

पिता क्लर्क और मां टीचर
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पिता क्लर्क और मां टीचर

आईएएस आकांक्षा आनंद बिहार के पटना की रहने वाली हैं। उनकी मां टीचर और पिता स्वास्थ्य विभाग में क्लर्क हैं। आकांक्षा ने पटना वेटनरी कॉलेज ग्रेजुएशन किया। जहां वह गोल्ड मेडलिस्ट थीं। इसी बीच उनकी नियुक्ति वेटनरी ऑफ‍िसर के रूप में सीतामढ़ी में हो गई।

पहले बनीं वेटनरी ऑफिसर
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पहले बनीं वेटनरी ऑफिसर

वेटनरी ऑफिसर के रूप में उनकी ज्वाइनिंग यूपीएससी इंटरव्यू के समय ही हुई थी। उनके दिमाग में आईएएस बनने का फितूर सवार था।

पहले प्रयास में प्री तक नहीं पहुंचीं
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पहले प्रयास में प्री तक नहीं पहुंचीं

डॉ. आकांक्षा आनंद ने ग्रेजुएशन के बाद जब पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी तो उन्हें सफलता नहीं मिली। सिविल सेवा परीक्षा के पहले प्रयास में वह प्री की परीक्षा भी पास नहीं कर पाईं।

दूसरी बार में 205 वीं रैंक
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दूसरी बार में 205 वीं रैंक

इसके बाद उन्होंने यूट्यूब वीडियोज का सहारा लिया और उसी से यूपीएससी की तैयारी की। दूसरी बार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में उन्होंने 205वीं रैंक हासिल कर इतिहास रच दिया।

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