बौद्ध धर्म में बेहद खास माने जाते हैं ये तीन शहर, गौतम बुद्ध के जीवन से जुड़ा है यहां का कण-कण
राजकुमार सिद्धार्थ का गौतम बुद्ध बनने का सफर बेहद ही दिलचस्प है। बुद्ध पूर्णिमा वो खास तिथि है जो गौतम बुद्ध के जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण की घटनाओं से जुड़ी है। लेकिन भारत में मौजूदा कुछ ऐसे शहर हैं जहां आज भी भगवान बुद्ध की स्मृतियों का साक्ष देखने को मिल जाता है। चलिए जानते हैं इनके बार में।

बौद्ध धर्म के खास शहर
बुद्ध पूर्णिमा बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे भगवान गौतम बुद्ध की जयंती के रूप में मनाया जाता है। ये त्योहार वैशाख महीने की पूर्णिमा को आता है। इस दिन गौतम बुद्ध के जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण की घटनाओं का स्मरण किया जाता है। इन्हीं घटनाओं से जुड़े कुछ ऐसे भारतीय शहर हैं, जहां आज भी भगवान बुद्ध की अनुभूती होती है। तो चलिए जानते हैं इन प्रसिद्ध शहरों के बारे में।

बोधगया
बोधगया, बिहार राज्य में गया जिले में स्थित एक पवित्र धार्मिक स्थल है। बोधगया को यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थल घोषित किया है और यहां महाबोधि मंदिर है। ये एक शांत और आध्यात्मिक जगह है।

बोधगया की मान्यता
बोधगया बौद्ध धर्म के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण और पवित्र स्थल है। ये वो जगह है जहां भगवान बुद्ध को बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इसलिए बोधगया को बौद्ध धर्म में सबसे पवित्र स्थल माना जाता है। यहां आज भी भगवान बुद्ध के समय का बोधि वृक्ष मौजूद है।

सारनाथ
सारनाथ उत्तर प्रदेश के वाराणसी के पास एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है। सारनाथ में अशोक स्तंभ भी स्थित है, जो भारत का राष्ट्रीय प्रतीक है। सारनाथ में हिरण उद्यान में, गौतम बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश दिया था।

सारनाथ की मान्यता
सारनाथ बौद्ध धर्म में एक बहुत ही महत्वपूर्ण और पवित्र जगह है। इसकी मान्यता यह है कि यहां भगवान बुद्ध ने बोधगया में ज्ञान प्राप्ति के बाद अपना पहला उपदेश दिया था, जिसे "धर्मचक्र प्रवर्तन" के नाम से जाना जाता है। ये वो जगह है जहां भगवान बुद्ध ने अपने पहले पांच शिष्यों को शिक्षा दी थी और बौद्ध संघ की स्थापना हुई थी।

कुशीनगर
कुशीनगर उत्तर प्रदेश राज्य के पूर्वी भाग में स्थित एक शहर और जिला है। ये शहर भगवान गौतम बुद्ध के जीवन की अंतिम यात्रा को दर्शाता है। यहां कई सुंदर मंदिर हैं, जिनमें महापरिनिर्वाण मंदिर प्रमुख है। कुशीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग 28 पर स्थित है, जिससे ये गोरखपुर और अन्य शहरों से जुड़ा हुआ है।

कुशीनगर की मान्यता
कुशीनगर, बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है क्योंकि ये वो जगह है जहां गौतम बुद्ध ने अपना महापरिनिर्वाण प्राप्त किया था। कुशीनगर मल्ल राज्य की राजधानी थी, जो छठी शताब्दी ईसा पूर्व के सोलह महाजनपदों में से एक थी।

Virat Kohli Net Worth: कितने अमीर हैं विराट कोहली? कार से लेकर बंगले तक, जीते हैं लग्जरी लाइफ

गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद 3 दिग्गज रिटायर, अब इस चौथे खिलाड़ी की बारी

Nikki Tamboli और Arbaaz Patel ने शावर के नीचे फरमाया रोमांस, शरीर पर गिरी बूंद-बूंद ने बढ़ाई धड़कने

साक्षात लक्ष्मी का रूप है अनुष्का शर्मा, विराट कोहली के घर में कर दी पैसों की बारिश, नेट वर्थ जानकर चकरी खा जाएगा सिर

बाहर से दिख रही थी गरीब की झोपड़ी, मगर अंदर जाते ही महल में पहुंच गया शख्स

आतंकी गतिविधियों का स्वरूप बदला, पहलगाम तक पाकिस्तान के पाप का घड़ा भर गया था : Indian Army

विराट, रोहित और अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट से हाल ही में लिया संन्यास, जानें किसकी उम्र ज्यादा

Bhopal Accident Video: ब्रेक फेल होने पर बेकाबू हुई स्कूल बस, कई गाड़ियों को मारी टक्कर; एक महिला की मौत

विराट कोहली के टेस्ट संन्यास पर रणवीर समेत इन स्टार्स ने दिया रिएक्शन, कहा- 'आप किंग है'

Operation Sindoor: हमारा एयर डिफेंस सिस्टम देश के लिए दीवार जैसा, इसे भेदना असंभव, भारतीय सेना ने कहा
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited