Photo: बिहार के इस रेलवे स्टेशन से पैदल ही पहुंच सकते हैं विदेश, नहीं लगता पासपोर्ट-वीजा

​बिहार के अररिया जिले में जोगबनी स्टेशन स्थित है। इस स्टेशन की खासियत ये है कि यह नेपाल बॉर्डर के करीब स्थित है। इस कारण यहां से पैदल ही नेपाल पहुंचा जा सकता है। इसके लिए आपको पासपोर्ट या वीजा की जरूरत भी नहीं पड़ेगी और आप विदेश भी पहुंच जाएंगे।​

विदेश के करीब रेलवे स्टेशन
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विदेश के करीब रेलवे स्टेशन

देश में कई ऐसे रेलवे स्टेशन बने हुए है, जो अपनी किसी खासियत के चलते फेमस है। ऐसा ही एक खास रेलवे स्टेशन बिहार में भी स्थित है। इस रेलवे स्टेशन से आप बिना फ्लाइट या ट्रेन पकड़े पैदल ही विदेश पहुंच सकते हैं।

अररिया में है जोगबनी रेलवे स्टेशन
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अररिया में है जोगबनी रेलवे स्टेशन

बिहार का यह रेलवे स्टेशन अररिया जिला में पड़ता है। अररिया के इस स्टेशन का नाम जोगबनी रेलवे स्टेशन है। यह रेलवे स्टेशन देश के एकदम आखिरी छोर पड़ता है। यहां से कुछ ही दूरी पर दूसरे देश का बॉर्डर शुरू होता है।

नेपाल के करीब है जोगबनी स्टेशन
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नेपाल के करीब है जोगबनी स्टेशन

बिहार का जोगबनी रेलवे स्टेशन नेपाल के करीब पड़ता है। यह रेलवे स्टेशन नेपाल बॉर्डर के इतने करीब है कि यहां से पैदल ही नेपाल पहुंचा जा सकता है। खास बात ये हैं कि नेपाल जाने के लिए वीजा या पासपोर्ट की भी आपको जरूरत नहीं पड़ती है।

क्यों नहीं लगता नेपाल का वीजा
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क्यों नहीं लगता नेपाल का वीजा

भारत के नागरिकों को पड़ोसी देश नेपाल जाने के लिए वीजा की जरूरत नहीं होती है। दरअसल 1950 में भारत और नेपाल में शांति व मैत्री संधि हुई थी। जिसके तहरत दोनों देशों के बीच वीजा के बिना आना-जाना मुफ्त है। हालांकि नागरिकों के पास उनके देश का वैध पहचान पत्र होना जरूरी है।

सिंहाबाद रेलवे स्टेशन
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सिंहाबाद रेलवे स्टेशन

जोगबनी रेलवे स्टेशन के अलावा देश का एक और रेलवे स्टेशन है, जहां से विदेश की दूरी बहुत कम है। यह रेलवे स्टेशन पश्चिम बंगाल में पड़ता है। जिसे भारत का आखिरी रेलवे स्टेशन भी कहा जाता है। इस रेलवे स्टेशन का नाम सिंहाबाद स्टेशन है। यह रेलवे स्टेशन मालदा जिले के हबीबपुर में पड़ता है।

बांग्लादेश के करीब स्टेशन
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बांग्लादेश के करीब स्टेशन

सिंहाबाद रेलवे स्टेशन बांग्लादेश सीमा से लगा हुआ है। यहां से पैदल ही विदेश पहुंचा जा सकता है। भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद इस स्टेशन को बंद कर दिया गया था। लेकिन इसे 1978 में फिर से शुरू किया गया। अब इस स्टेशन पर मालगड़ियों का ट्रांजिट होता है।

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