नई दिल्ली। क्या उन्नाव रेप कांड की पीड़िता और गवाह को मारने की साजिश रची गई थी या रायबरेली में ट्रक और कार की टक्कर सिर्फ हादसा था। इस विषय में यूपी पुलिस ने बयान जारी किया है। यूपी पुलिस के एडीजी राजीव कृष्णा ने कहा कि इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है। लेकिन पहली नजर में यह मामला हादसा लग रहा है। जहां तक विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का इस केस से जुड़े होने का सवाल है तो उनसे जुड़े लोगों की कॉल डिटेल की जांच की जा रही है।
एडीजी राजीव कृष्ण ने कहा कि इस विषय में पुलिस कुछ भी छिपा नहीं रही है। जहां तक सीबीआई से जांच कराने का सवाल है हमें किसी तरह की आपत्ति नहीं है। लेकिन यूपी पुलिस की जांच जारी है और फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है। अगर पीड़ित परिवार की तरफ से जांच में किसी तरह की खामी का सवाल उठाया जाएगा तो हम उसका निष्पक्ष जवाब देंगे। यूपी पुलिस पर किसी तरह का दबाव नहीं है।
रायबरेली कांड में यूपी पुलिस का जवाब
सुरक्षकर्मी साथ क्यों नहीं गए इसकी जांच चल रही है।
धमकी के आरोपों की जांच होगी।
फाइनेंसर से छिपाने के लिए ट्रक की नंबर ग्रीस पोती गई।
विधायक के सहयोगियों की कॉल डिटेल की जांच होगी।
इलाज का सारा खर्च सरकार उठाएगी।
ट्रक बांदा से रायबरेली की तरफ आ रहा था।
फोरेंसिक टीम को मौके पर भेजा गया।
पीड़िता ने सुरक्षाकर्मियों को साथ आने से मना किया था।
रिपोर्ट आने के बाद सीबीआई जांच पर विचार होगा।
सुरक्षाकर्मियों से भी सवाल जवाब होगा।
तेज बारिश में आमने सामने टक्कर हुई।
ट्रक का मालिक और ड्राइवर हिरासत में।
रायबरेली कांड में विपक्ष सरकार पर हमलावर है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि एक तरफ योगी सरकार दावा करती है कि यूपी में बेटियां सुरक्षित हैं। लेकिन उन्नाव रेप कांड की पीड़िता और उसके परिवार के साथ जो कुछ हुआ है वो सरकार के दावे की पोल खोलने के लिए पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार बड़ी बड़ी बातें करती है। लेकिन हकीकत ये है कि प्रदेश के सभी हिस्सों में बलात्कार, डकैती की बाढ़ आई हुई है। इस सरकार में जनता खुद को ठगा सा महसूस कर रही है।
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