अमृतसर : कोरोना वायरस का प्रकोप पंजाब में भी देखा जा रहा है। यहां इस वायरस से संक्रमण के अब तक 29 मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में लोगों की मदद के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) सामने आया है। एसजीपीसी ने अपने अस्पतालों में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का इलाज करने की पेशकश है। एसजीपीसी ने इसका प्रस्ताव मुख्यमंत्री कैंप्टन अमरिंदर सिंह को दिया है।
इस पेशकश पर मुख्यमंत्री ने सीजीपीसी के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने 'सराय' अथवा अस्पतालों को इलाज के लिए पेशकश करने पर वह एसजीपीसी के आभारी हैं। मुख्यमंत्री ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में हम लोग एक हैं। इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में हम विजयी होंगे।'
एसजीपीसी को सिख धर्म के अनुयायियों के लिए मिनी संसद के रूप में माना जाता है। आर्थिक रूप से काफी मजबूत एसजीपीसी मुश्किल घड़ी में लोगों की मदद के लिए सामने आती रही है। इसका स्वर्ण मंदिर सहित पंजाब, हरियाणा और हिमाचल के 79 गुरुद्वारों पर सीधा एवं 87 गुरुद्वारों पर अप्रत्यक्ष रूप से नियंत्रण है। एसजीपीसी का अमृतसर में श्री गुरु रामदास मेडिकल कॉलेज है।
एसजीपीसी ने अपने एक बयान में कहा है कि ऐसे इलाकों में जहां दैनिक मजदूरों, गरीबों, वरिष्ठ नागरिकों एवं अन्य लोगों के लिए खाने-पीने का साधन मौजूद नहीं है, वह उन स्थानों पर लंगर चलाना और मुफ्त भोजन की व्यवस्था करना चाहती है। हालांकि, एसजीपीसी ने सरकार से भोजन वितरण की व्यवस्था से जुड़ा एक प्रोटोकॉल बनाने का अनुरोध किया है।
बता दें कि पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए राज्य में कर्फ्यू की घोषणा की है। पिछले कुछ दिनों में राज्य में बाहर से हजारों की संख्या में लोग आए हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी दी। पंजाब के अलावा महाराष्ट्र ने भी अपने यहां कर्फ्यू की घोषणा की है।
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