श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के गर्वनर सत्यपाल मलिक ने मंगलवार को अनुच्छेद 35A को लेकर फैली अफवाहों को दूर कर दिया, जिसमें कहा जा रहा है कि राज्य में रहने वाले लोगों का दैनिक जीवन प्रभावित होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी को भी भारत को तोड़ने की आजादी नहीं मिलेगी। सत्यपाल मलिक ने कहा कि एक साल तो मेरे शॉल वाला भी मुझसे पूछता रहा साहब आजाद हो जाएंगे क्या? मैंने कहा तुम तो आजाद ही हो और अगर तुम आजादी पाकिस्तान के साथ जाना चाहते हो तो चले जाओ कौन रोक रहा है? लेकिन हिंदुस्तान को तोड़कर कोई आजादी नहीं मिलेगी।
अफवाहों में कहा गया है कि लोगों को अशांति की लंबी अवधि के लिए तैयार होना चाहिए। सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने इन अटकलों को खारिज कर दिया कि अनुच्छेद 35A को खत्म करने के लिए सैनिकों की तैनाती की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह नियमित तैनाती का हिस्सा है और वहां पहले तैनात सैनिकों को हटाने के स्थान पर इन सैनिकों को भेजा गया है। गौर हो कि अनुच्छेद 35A के तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष अधिकार प्राप्त है।
राज्यपाल ने श्रीनगर में एक समारोह के मौके पर मीडिया से कहा, 'कश्मीर हमेशा जंगली अफवाहों का जन्म स्थल रहा है।' 'अगर कोई लाल चौक में छींकता है, तो मुझे राजभवन में बताया जाता है कि वहां एक बम विस्फोट हुआ है। लोगों को इन अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। सोशल मीडिया में प्रसारित किए जा रहे सभी तथाकथित सरकारी आदेश अमान्य हैं। यहां सबकुछ ठीक है और सामान्य है।'
राज्यपाल का आश्वासन उस दिन आया जब नेशनल कांफ्रेंस के सांसद, जस्टिस (रिटायर) हसनैन मसूदी ने लोकसभा में एक ध्यान देने वाला नोटिस दिया जिसमें कहा गया कि केंद्रीय गृह मंत्री कश्मीर में वर्तमान स्थिति पर हवा को साफ करने के लिए सदन में बयान दें। फैली हुई अफवाहें जो इंगित करती हैं कि केंद्र आने वाले दिनों में अनुच्छेद 35A को खत्म करने की योजना बना रहा है, पिछले एक पखवाड़े से राजनीतिक और आम कश्मीरियों के बीच इसको लेकर आशंका बनी हुई है। घबराहट में स्थानीय लोग जरूरी चीजों का भंडारण कर रहे हैं क्योंकि वे लंबे समय तक अशांति से डर रहे हैं अगर अनुच्छेद वास्तव में रद्द हो जाता है।
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