भोपाल: मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी उच्च शिक्षा विभाग की ओर आयोजित एक कार्यक्रम में अंग्रेजी नहीं बोल सके। यूजी और पीजी छात्रों के अंग्रेजी बोलने के कौशल को सुधारने के लिए कैम्ब्रिज एसेसमेंट इंग्लिश (सीएई) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। कैम्ब्रिज एसेसमेंट इंग्लिश के ग्लोबल नेटवर्क के डिप्टी डायरेक्टर लियाम विंट का स्वागत करते हुए पटवारी ने कहा, 'मिस्टर विंट, इस बार मैं बहुत ज्यादा नर्वस हूं। क्या आप हिंदी को थोड़ा जानते हैं? मेरी अंग्रेजी कंप्लीट नहीं है। बैठते समय मैं सोच रहा था कि किसी को मिस्टर विन्ट के बारे में भी बताना चाहिए।'
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के तहत आने वाले सीएई ने मध्य प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा विभाग के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। सीएई ने राज्य के 32 निजी विश्वविद्यालयों के साथ भी समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता इसलिए किया गया है ताकि छात्रों के अंग्रेजी बोलने की क्षमता में सुधार किया जा सके और उनके रोजगार के अवसरों को बढ़ाया जा सके।
समझौते के अनुसार कैब्रिज शिक्षकों को ट्रेनिंग पैकेज देगा और डिजिटल लर्निंग में सुधार करने का काम करेगा। यह कई यूनिवर्सिटी के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त कैम्ब्रिज अंग्रेजी योग्यता के साथ-साथ उनके छात्रों के लिए कई प्रकार के परीक्षण देने के रास्ते खोलेगा।
इस कार्यक्रम का मकसद दिसंबर 2019 तक सौ शिक्षकों और दो हजार छात्रों को प्रशिक्षित करना है। तीन महीने का कैप्सूल कोर्स छात्रों को अंग्रेजी बोलने और लिखने के अलावा इंटरव्यू, ग्रुप डिस्कसन की कला में प्रशिक्षित करेगा।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश मंत्री के भाषण नहीं दे पाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले, मध्य प्रदेश की महिला और बाल विकास मंत्री इमरती देवी गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में हिंदी में अपना भाषण नहीं पढ़ सकीं थीं।
जिसके बाद मंत्री इमरती देवी ने कलेक्टर को भाषण पढ़ने का आदेश दिया था। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था।
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