Bhilwara model: आखिर क्या है भीलवाड़ा मॉडल? क्या कोरोना के खिलाफ लड़ाई में साबित होगा गेमचेंजर?

देश
लव रघुवंशी
Updated Apr 07, 2020 | 17:49 IST

Bhilwara model: कोरोना वायरस के प्रसार को कैसे रोका जाए, इसके लिए राजस्थान के भीलवाड़ा जिले का उदाहरण दिया जा रहा है। पूरे राजस्थान में इसे लागू किया जाएगा और केंद्र ने भी देशभर में इसे लागू करने के संकेत दिए ह

Coronavirus
राजस्थान में कोरोना के 300 से ज्यादा मामले 
मुख्य बातें
  • भीलवाड़ा में कठोरता से स्थिति को नियंत्रित किया गया। सख्ती से कर्फ्यू लगाया गया, लोगों की मूवमेंट रोकी
  • शहर की सीमा को सील किया गया। घर-घर जाकर हर परिवार के हर सदस्य की स्क्रीनिंग की गई
  • 32 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई, लोगों को आइसोलेशन में रखा गया

नई दिल्ली: राजस्थान का भीलवाड़ा जिला देश के उन गिने-चुने जिलों में से एक था, जिसे लेकर अंदाजा लगाया गया था कि यहां कोरोनो वायरस नियंत्रण से बाहर हो सकता है। दरअसल, यहां शुरुआती दिनों में 2 दर्जन पॉजिटिव केस दर्ज किए गए थे। हालांकि, जिले में पूरी तरह से लॉकडाउन के साथ प्रभावी तौर पर स्क्रीनिंग और रोकथाम रणनीति ने यह सुनिश्चित किया कि भीलवाड़ा एकमात्र ऐसा जिला बन गया है, जहां इतने अधिक मामले होने के बाद भी नए संक्रमित रोगियों की संख्या में गिरावट देखी गई। अब इसे भीलवाड़ा मॉडल भी कहा जा रहा है और इसे अन्य जगह भी लागू किए जाने की बात की जा रही है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि भीलवाड़ा में कोरोनो वायरस के प्रसार की जांच में उनकी सरकार द्वारा अपनाए गए मॉडल ने इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में मानक स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में पहला मामला 2 मार्च 2020 को दर्ज किया गया था और पहले ही दिन से कड़े कदम उठाए गए थे।

उन्होंने कहा, '19 मार्च को भीलवाड़ा बॉर्डर को सील कर दिया गया था, क्योंकि 2 डॉक्टर को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। भीलवाड़ा में 3,000 टीमों का गठन किया गया जो 32 लाख लोगों तक पहुंचीं। हम लगभग छह लाख घरों में पहुंचे और स्क्रीनिंग की गई।' मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जयपुर के रामगंज सहित पूरे राज्य में भीलवाड़ा मॉडल को दोहराया जाएगा। रामगंज नया कोविड-19 हॉट स्पॉट बन गया है। 

पूरे देश में लागू होगा मॉडल?
भीलवाड़ा में पिछले 5 दिन में सिर्फ 1 कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आया है। भीलवाड़ा में कोरोना से संक्रमित 27 रोगियों में से 17 ठीक हो गए हैं। केंद्र सरकार ने भी देशभर में भीलवाड़ा मॉडल को अपनाने के संकेत दिए हैं। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने राज्यों के मुख्य सचिव के साथ बैठक में भीलवाड़ा की सराहना की और इसके उपायों को देशभर में लागू करने के संकेत दिए।

घर-घर जाकर की गई स्क्रीनिंग
भीलवाड़ा के एक निजी अस्पताल के 2 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद कई लोग इसकी चपेट में आ गए। इसके तुरंत बाद प्रशासन हरकत में आ गया और शहर में कर्फ्यू लगा दिया। स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग की और पता लगाने की कोशिश की कि कौन-कौन उन डॉक्टर्स के संपर्क में आया या उस अस्पताल में इलाज कराने गया। 6 हजार लोगों को आइसोलेशन में रखा गया और 250 को सरकार की निगरानी में रखा गया। सरकार ने भीलवाड़ा के सभी होटलों, रिजॉर्ट्स और अस्पतालों को अधिग्रहित कर लिया और यहां पर लोगों को क्वारंटीन किया गया। 

इसके अलावा प्रशासन ने लॉकडाउन का कढ़ाई से पालन करवाया और लोगों ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया। लोगों को जरूरी सामना घरों तक पहुंचाया गया। राजस्थान में अभी तक 325 मामले सामने आए हैं। 

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