नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले एक युवक को अपना नाम राहुल गांधी होने की वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। 22 वर्षीय युवक गांधी सरनेम होने के कारण इतना तंग आ चुका है कि वह इसे बदलना चाहता है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी का हमनाम होने के कारण युवक को ना तो कोई सिम कार्ड मिलता है और ना ही अन्य जरूर कागजात बनते हैं। पेशे से कपड़ा व्यापारी राहुल का मूल उपनाम मालवीय है। वह पिता के कारण अपने नाम के साथ गांधी सरनेम लगाते हैं।
राहुल ने पीटीआई को बताया, 'उनके दिवंगत पिता राजेश मालवीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में वॉशरमैन के रूप में पदस्थ थे और उनके आला अधिकारी उन्हें 'गांधी' कहकर पुकारते थे। धीरे-धीरे मेरे पिता को भी गांधी उपनाम से लगाव हो गया और उन्होंने इसे अपना लिया। जब मेरा स्कूल में दाखिला कराया गया, तो मेरा नाम राहुल मालवीय के बजाय राहुल गांधी लिखवाया गया।'
पांचवीं तक पढ़े युवक ने कहा, 'दलीय राजनीति से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन मेरे मौजूदा उपनाम से मुझे अपनी पहचान को लेकर परेशानी हो रही है। इस कारण मैं कानूनी प्रक्रिया के तहत अपना उपनाम गांधी से बदलकर मालवीय करने पर विचार कर रहा हूं।'
युवक ने कहा, 'मेरे पास अपनी पहचान के दस्तावेज के रूप में केवल आधार कार्ड है। मैं जब मोबाइल सिम खरीदने या दूसरे कामों के लिये इस दस्तावेज की प्रति किसी के सामने पेश करता हूं, तो लोग मेरे नाम के कारण इसे संदेह की निगाह से देखते हुए फर्जी समझते हैं। वे मेरे चेहरे पर आश्चर्य भरी निगाह डालते हैं।'
राहुल ने कहा, 'जब मैं किसी काम से अपरिचित लोगों को कॉल कर अपना परिचय देता हूं, तो इनमें से कई लोग यह तंज कसते हुए अचानक फोन काट देते हैं कि राहुल गांधी कब से इंदौर में रहने आ गए? वे मुझे फर्जी कॉलर समझते हैं।'
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।