नई दिल्ली: चीन द्वारा पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में छिपकर किया गया हमला किस तरह से सुनियोजित था इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि यहां न केवल 20 सैनिक शहीद हुए बल्कि 76 भारतीय जवान घायल भी हुए। घायल सैनिकों में सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है और उनका इलाज चल रहा है। इनमें से 18 का इलाज लेह स्थित मिलट्री हॉस्पिटल में चल रहा है और 58 जवान अन्य अस्पतालों में भर्ती हैं। ये 58 जवान अगले हफ्ते तक ड्यूटी पर लौट सकते हैं।
58 जवानों को हल्की चोटें
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, 'किसी भी जवान की हालत गंभीर नहीं है। 58 जवानों को हल्की चोटें आई हैं और जल्द ही उनके ठीक होने की उम्मीद है।' इससे पहले आर्मी ने उन रिपोर्ट्स को खारिज किया था जिनमें कहा जा रहा था कि गलवान में हुई हिंसा के बाद कुछ भारतीय जवान गायब भी हैं। सोमवार रात हुई इस हिंसक झड़प में एक कमांडिग ऑफिसर सहित 20 जवान शहीद हो गए थे।
पीएम मोदी ने कही थी ये बात
इन सबके बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि अगर उकसाया गया तो भारत करारा जवाब देगा। मुख्यमंत्रियों के सथ एक बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। जबकि बीजिंग ने दावा किया है कि गलवान घाटी क्षेत्र चीन का एक हिस्सा है। वहीं भारत ने चीनी दावों को 'अतिरंजित और अस्थिर' कहा है।
India News in Hindi (इंडिया न्यूज़), Times now के हिंदी न्यूज़ वेबसाइट -Times Network Hindi पर। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें.