Independence Day 2023 Mains Points: स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइन, जिनके बारे में जरूर पता होना चाहिए हर छात्र व देशभक्त को

Independence Day 2023 Mains Points: 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस है, बता दें इस विशेष दिन के अवसर पर स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइन निबंध या स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइन भाषण देने को कहा जा सकता है। ऐसे में आपको खुद से ऐसी तैयारी रखनी चाहिए, कि आपको यदि स्टेज पर जाने का मौका मिले आप अपने दमदार भाषण के दम पर लोगों के बीच शानदार पहचान बना सकें।

Independence Day 2023 Mains Points

स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइन (image - pixabay)

Swatantrata Diwas Par 10 Line: इस वर्ष यानी 2023 में देश की आजादी की 77वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। देश में स्वतंत्रता दिवस समारोह को कहां व कैसे मनाया जाता है, इस दिन क्या खास होता है, लाल किले पर ध्वजारोहण कौन करता है, ईस्ट इंडिया कंपनी भारत कब आई, 1857 का विद्रोह जैसे बातों के बारे हर एक देशभक्त को पता होना चाहिए।

77वां स्वतंत्रता दिवस

इस बार 15 अगस्त को देश की आजादी की 77वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। कई लोग इस फैक्ट को लेकर भ्रमित हैं, कि भारत स्वतंत्रता दिवस की कौन सी वर्षगांठ मना रहा है? क्योंकि कई जगहों पर 76वीं तो कहीं 77वीं वर्षगांठ मनाए जाने की बात हो रही है, लेकिन बता दें, देश को आजाद हुए इस बार 76 साल पूरे हो जाएंगे, इसलिए 77वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है।

कहां होता है स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह

देश में 15 अगस्त पर स्वतंत्रता दिवस समारोह मुख्य रूप से लाल किले पर मनाया जाता है। हर साल भारत के प्रधानमंत्री यहां सुबह के 7 बजे ध्वजारोहण करते हैं।

स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं?

यह मुख्य रूप से स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है। हमारा देश ब्रिटिश साम्राज्य का गुलाम था, यह गुलामी करीब 200 साल तक चली, न जानें कितने देश के लाल ने अपनी आहूती देकर देश को स्वतंत्रता दिलाई। ऐसे में उनके बलिदान व त्याद को याद किए बिना इस दिन का नहीं मनाया जा सकता है।

ईस्ट इंडिया कंपनी आगमन

यूरोपीय व्यापारी 17वीं सदी में भारतीय उपमहाद्वीप आ गए थे, और यही वह समय था जब भारत की पराधीनता शुरू हो गई थी। 18वीं सदी के अन्त तक ईस्ट इंडिंया कंपनी ने भारतीय राज्यों को अपने अधीन करके अपना राज स्थापित कर लिया था।

1857 का विद्रोह

भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम जो मंगल पांडेय ने 1857 में शुरू किया था, हालांकि इसके बाद देश के कोने कोने से कई नामी लोागों ने इस अभियान में हिस्सा लिया, लेकिन इसके विफल होने के बाद 1858 में भारत पर ब्रिटेन का शासन हो गया।

1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की आधार शिला रखी गई। इस पार्टी से जुड़कर महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन और सविनय अवज्ञा आंदोलनों जैसे राष्ट्रव्यापी अहिंसक आंदोलनों चलाएं।

मुस्लिम लीग की स्थापना

इन्ही आंदोलनों की आग धीरे धीरे बढ़ती रही और इसी बीच मुस्लिम लीग की स्थापना हुई। कहते हैं कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच का आंदोलन के कारण भारत और पाकिस्तान का विभाजन हुआ। हालांकि इसमें अंग्रेजों यानी ब्रिटिशर्स की फूट नीति भी शामिल है।

भारत राष्ट्र की विशेषता

पाकिस्तान पूर्णता मुस्लिम राष्ट्र बना और भारत सभी धर्मो को मानने वाला राष्ट्र बना। यह विभाजन आसान नहीं था, इसमें करोड़ों लोगों को अपना निवास स्थान बदलना पड़ा व लाखो हिन्दू और मुस्लिम लोग मारे गए, जिसकी कड़वाहट आज तक दोनों धर्म के बीच ताजा है।

भारत और पाकिस्तान का विभाजनइंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, भारत पाकिस्तान विभाजन के बाद 72,26,000 मुसलमान भारत छोड़कर पाकिस्तान गए जबकि 72,49,000 हिन्दू और सिख धर्म को मानने वाले पाकिस्तान छोड़कर भारत आए।

15 अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस

पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त 1947 है, जबकि भारत को अंग्रेजों 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली।

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नीलाक्ष सिंह author

उत्तर प्रदेश की राजधानी, नवाबों के शहर लखनऊ का रहने वाला हूं। स्कूली शिक्षा, ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री सब इसी शहर से प्राप्त की। मीडिया क्ष...और देखें

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