आज बाल दिवस है। देशभर में बच्चों के इस पर्व को धूमधाम से मनाया जा रहा है। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। बाल दिवस के मौके पर हम आपको मिलवा रहे हैं ऐसे बच्चों से जिन्होंने खेलने-कूदने की उम्र में अपनी कंपनियां बना लीं और लाखों-करोड़ों टर्नओवर बना डाला।
कहते हैं कि प्रतिभा ना तो संसाधनों की मोहताज होती है और ना ही उम्र की। एक अच्छा आइडिया और कुछ अलग कर गुजरने का जुनून आपको कितनी ऊंचाई पर पहुंचा सकता है, आप खुद नहीं जानते हैं। जिन बच्चों की हम बात कर रहे हैं, उनके पास भी एक आइडिया था। अपने आइडिया पर काम कर उन्होंने खुद को कम उम्र में ही स्थापित कर लिया।
9 साल की उम्र में लक्ष्मी बनीं सीईओ
श्रीलक्ष्मी सुरेश ना सिर्फ वेबसाइट बनानेवाली कंपनी की सीईओ है बल्कि वो www.barcouncilkerala.org नाम की वेबसाइट पर केरल के कानून और उससे संबंधित जानकारियां मुहैया कराती है। वह दक्षिण भारत की रहने वाली हैं। उन्होंने अपने स्कूल की वेबसाइट बनाई और फिर वेबसाइट बनाने का काम शुरू कर दिया। लक्ष्मी को कई सारे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अवॉर्ड भी मिल चुके हैं।
चेन्नई के रहने वाले हैं दो भाईयों का जलवा
14 साल के श्रवण और 12 साल के संजय भारत से सबसे छोटे एंटरप्रेन्योर हैं। दोनों ने मिलकर साल 2012 में ‘डिजाइन डाइमेंशन्स’ ऐप लॉन्च किया। उसके बाद यह 11 ऐप डेवलप करने लगे। अब तब दोनों की कंपनी कई ऐप तैयार कर चुकी है। श्रवण कंपनी के प्रेसिडेंट, जबकि संजय सीईओ हैं। इनकी कंपनी 'गो डिजाइन' की सालाना कमाई 120 करोड रुपये हैं। दोनों आईआईएम-बेंगलुरु और टेडेक्ट कॉन्फ्रेंस में व्याख्यान दे चुके हैं।
15 साल के अद्वैत ठाकुर का कमाल
छह साल की उम्र में कम्प्यूटर का इस्तेमाल करने वाले अद्वैत ठाकुर अभी 15 साल के हैं और ऐपेक्स इनफोसिस इंडिया कंपनी के फाउंडर हैं। तमाम प्रतिष्ठित पुरस्कार जीत चुके अद्वैत ने 9 साल की उम्र में अपनी पहली वेबसाइट लॉन्च की थी। वहीं 14 साल की उम्र में उन्होंने बच्चों के लिए टेक्नोलॉजी क्विज ऐप की शुरुआत की।