जम्मू : जम्मू के एक अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचा बलात्कार का आरोपी पुलिसवालों को गच्चा देकर हिरासत से भाग निकला। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उसे अस्पताल लाने वाले चार पुलिसकर्मियों को लापरवाही बरतने के लिए मुअत्तल कर दिया गया और उनके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि कारगिल के द्रास इलाके के चाक्यास गांव निवासी सज्जाद अहमद को रियासी जेल से इलाज के लिए श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल लाया गया लेकिन वह अपने साथ आये पुलिसवालों की आंखों में धूल झोंक कर फरार हो गया।
अहमद पर रियासी जिले के महोर थाने में बलात्कार के सिलसिले में मामला दर्ज था और वह पिछले दो साल से न्यायिक हिरासत में था।
उसे जेल में हिरासत में रखा गया था। जेल सुपरिटेंडेंट के आदेश के बाद उसे एसएमजीएस अस्पताल जम्मू में इलाज के लिए शिफ्ट किया गया था। उसी दौरान वह पुलिस हिरासत से भाग गया। इस मामले में पुलिसवालों पर लापरवाही का आरोप लगाया गया है जिसमें एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सहित चार पुलिसकर्मियों को ड्यूटी से सस्पेंड कर दिया गया है।
द्रास के चक्याल का रहने वाला सज्जाद अहमद 2017 के एक रेप मामले में आरोपी था। उसे रियसी पुलिस के द्वारा हिरासत में लिया गया था। लेकिन किसी कारण वश उसे अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आ गई। जब पुलिस उसे अस्पताल ले जाने लगी उसी दौरान उसने पुलिस को चकमा दे दिया और उनके चंगुल से भाग निकला।
वरिष्ठ एसपी निशा नत्याल ने कहा कि हमने चार पुलिकर्मियों को लापरवाही के आरोप में सस्पेंड कर दिया है। आरोपी के खिलाफ 2017 में रेप का केस दर्ज किया गया था।
सस्पेंड पुलिसकर्मियों के नाम एएसआई बहादुर उद-दीन, हेड कांस्टेबल राशपाल, सेलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल अब्दुल लतीफ और कांस्टेबल रघबीर सिंह। पुलिस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जब ये घटना हुई तब एएसआई शराब में डूबा हुआ था।