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हर साल बढ़ते हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम से हैं परेशान, इन आसान उपायों से करें 25% तक की बचत

अगर आप महंगे हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम से परेशान हैं तो यह खबर आपके लिए है। हम आपको वो तरीके बता रहे हैं जो जिससे आप आसानी से अपना प्रीमियम घटा सकते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम कम किया जा सकता है।

हेल्थ इंश्योरेंस

हेल्थ इंश्योरेंस

बढ़ते इलाज खर्च ने हेल्थ इंश्योरेंस की मांग बढ़ाई है। इसके चलते हेल्थ इंश्योरेंस लेने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। हालांकि, बहुत सारे लोग हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने के बाद भारी प्रीमियम बोझ के कारण जारी नहीं रख पा रहे हैं। अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं जो साल दर साल बढ़ते हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम से परेशान हैं तो यह खबर आपके लिए है। हम आपको बता रहे हैं कि कैसे आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम को आसानी से 25% तक कम कर सकते हैं। आइए वो तरीका जानते हैं।

सह-भुगतान (co-pay) का विकल्प चुनें

इंश्योरेंस एक्सपर्ट का कहना है कि प्रीमियम घटाने के लिए सह-भुगतान (co-pay) का विकल्प एक बेस्ट विकल्प है। इसमें आप इंश्योरेंस कंपनी के साथ सह-भुगतान (co-pay) का विकल्प चुनते हैं। ऐसा कर आप आसाी से अपने हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम में 20% से 25% की बचत कर सकते हैं। यह तरीका सभी पॉलिसी होल्डर के लिए फायदेमंद है। वहीं, वरिष्ठ नागरिकों के लिए ज्यादा फायदेमंद है क्योंकि स्वास्थ्य जोखिमों के कारण उनका प्रीमियम काफी अधिक होता है।

दूसरा बेस्ट तरीका है डिडक्टेबल

अब आपके मन में यह सवाल होगा कि यह डिडक्टबल क्या है? आपको बता दें कि Health Insurance में “Deductible” (डिडक्टेबल) का मतलब होता उस वह राशि जो आपको खुद भरनी होती है, उसके बाद ही आपका इंश्योरेंस क्लेम लागू होता है।

उदाहरण से समझते हैं:

आपके पास ₹10 लाख का हेल्थ इंश्योरेंस है। आपकी पॉलिसी में ₹10,000 का डिडक्टेबल तय है। अगर अस्पताल का बिल ₹200,000 आया,तो पहले ₹10,000 आप खुद भरेंगे और बाकी का भुगतान इंश्योरेंस कंपनी देगी। अगर इंश्योरेंस लेने में डिडक्टेबल चुनते हैं तो आपको प्रीमियम में बड़ी बचत होती है।

डिडक्टेबल के कई फायदे भी

  • कम प्रीमियम: हेथ्ल इंश्योरेंस में डिडक्टेबल का विकल्प चुनने से आपके प्रीमियम को कम करने में मदद मिलती है।
  • नो क्लेम बोनस की सुरक्षा: डिडक्टेबल चुनने से आपको अपना नो क्लेम बोनस बचाने में मदद मिल सकती है क्योंकि आप छोटे खर्चों के लिए क्लेम करने से बचेंगे।
  • कवरेज राशि सेफ: डिडक्टेबल जरूरत के समय आपकी बीमा राशि को सुरक्षित रखने में भी मदद करता है। ऐसा इसलिए कि आप अक्सर दावे नहीं करेंगे, इसलिए आपकी बीमा राशि बरकरार रहेगी। बड़ी जरूरत के समय में आप आसानी से अपने बीमारी का इलाज इंश्योरेंस के जरिये करा पाएंगे।

इन तरीकों से भी पॉलिसी का प्रीमियम कर सकते हैं कम

1. लंबी अवधि की पॉलिसी खरीदें: हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का कम प्रीमियम चाहते हैं तो एक साथ 2–3 साल की पॉलिसी खरीदें। अधिकांश कंपनियां 2–3 साल की पॉलिसी पर 10–15% तक डिस्काउंट देती हैं। इससे न सिर्फ बचत होगी, बल्कि हर साल रिन्यू का झंझट भी खत्म होगा।

2. यंग एज में पॉलिसी लें: हेल्थ इंश्योरेंस में पॉलिसी उम्र के साथ बढ़ती जाती है। जितनी अधिक उम्र में पॉलिसी लेंगे, ज्यादा प्रीमियम का भुगतान करना होगा। इसलिए कम उम्र में पॉलिसी ले लें।

3. Family Floater पॉलिसी का चुनाव करें: हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम कम करने के लिए फेमिली फ्लोटर (एक ही पॉलिसी में सभी परिवार का कवर) लें।

4. टॉप-अप जोड़ें: अगर आपकी पॉलिसी 5 लाख रुपये की है तो आप कम पैसे में टॉप-अप जोड़ सकते हैं। इससे कवर बढ़ेगा लेकिन प्रीमियम बहुत कम रहेगा।

5. ऑनलाइन खरीदें: हेल्थ इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदने पर एजेंट कमीशन नहीं लगता है। इसलिए कंपनियां सीधा ग्राहक को 5–15% तक छूट देती हैं।

6. खरीदने से पहले तुलना करें: हेल्थ इंश्योरेंस में हर कंपनी की प्रीमियम दर अलग होती है। इसलिए पॉलिसी लेने से पहले अपनी जरूरत को समझें और तुलना करें।

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आलोक कुमार
आलोक कुमार Author

आलोक कुमार टाइम्स नेटवर्क में एसोसिएट एडिटर के पद पर कार्यरत हैं। इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल और प्रिंट मीडिया में उन्हें 17 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव ह... और देखें

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