नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का दूसरा पूर्ण बजट पेश करने जा रही है। इससे पहले सरकार बनने के बाद जुलाई में उनकी सरकार में वित्त मंत्रालय ने पूर्ण बजट पेश किया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा पेश किया जाने वाला ये दूसरा बजट होगा। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 112 के मुताबिक एक वर्ष का केंद्रीय बजट उस विशेष वर्ष के लिए सरकार की अनुमानित प्राप्तियों और व्यय का विवरण होता है।
यहां हम आपको बता रहे हैं देश में अब तक के उन वित्त मंत्रियों के बारे में जिन्होंने अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा बार बजट को पेश किया। इनमें सबसे पहले नंबर पर हैं मोरारजी देसाई
1. पूर्व वित्त मंत्री मोरारजी देसाई के नाम देश में सबसे अधिक बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड है। इन्होंने पूर्ण बजट के साथ-साथ अंतरिम बजट भी पेश किया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्होंने एक या दो बार नहीं पूरे 10 बार आम बजट केंद्र में पेश किया है। विस्तार से देखा जाए तो उन्होंने 1959 से लेकर 1963 तक लगातार प्रत्येक वर्ष केंद्र में बजट पेश किया। उनका दूसरा कार्यकाल 1967 से 1969 तक था इस दौरान भी उन्होंने बजट पेश किया। इसके अलावा उन्होंने 1962-63 और 1967-68 में अंतरिम बजट पेश किया था। 1964 और 1968 दोनों बार लीपईयर में उन्होंने 29 फरवरी को अपने जन्मदिन के मौके पर बजट पेश किया था।
2. दूसरे नंबर पर हैं पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम। उनके नाम दूसरे सबसे अधिक बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड है। उन्होंने कुल 9 बार बजट पेश किया है।
3. तीसरे नंबर पर हैं प्रणब मुखर्जी (पूर्व राष्ट्रपति)। इसके साथ ही यशवंत सिन्हा, वाय वबी चौहान और सी डी देशमुख भी तीसरे नंबर पर हैं। इन सभी ने अपने-अपने कार्यकाल में सात-सात बार बजट पेश किया है। यहां आपको बता दें कि यशवंत सिन्हा ने बजट पेश करने के समय में अहम बदलाव किया है। उन्होंने बजट पेश करने का समय 5 बजे से बदलकर 11 बजे कर दिया है।
4. चौथे नंबर पर हैं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और देश के चौथे वित्त मंत्री टीटी कृष्णमाचारी। इन दोनों ने वित्त मंत्रालय के अपने-अपने कार्यकाल के दौकान कुल 6-6 बार बजट पेश किया है। पहली बार, दो अलग-अलग दलों के दो मंत्रियों ने 1991-1992 में अंतरिम और अंतिम बजट पेश किया। सिन्हा ने अंतरिम बजट पेश किया जबकि सिंह ने अंतिम बजट पेश किया।
5. पांचवें नंबर पर दिवंगत पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली। उन्होंने 2014 से लेकर 2018 तक कुल 5 बार बजट पेश किया।
6. पूर्व राष्ट्रपति आर वेंकटरमण और एच एम पटेल ने अपने-अपने कार्यकाल में 3-3 बार बजट पेश किया।
7. जसवंत सिंह, वी पी सिंह, सी सुब्रमण्यम, जॉन मथाई और आर के सन्मुखम चेत्ती ने दो-दो बार बजट पेश किया।