नई दिल्ली: टाटा संस ने एनसीएलएटी की ओर से 18 दिसंबर को दिए गए फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। टाटा संस ने कार्यकारी अध्यक्ष पद पर साइरस मिस्त्री की बहाली के एनसीएलएटी के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की है। टाटा संस की याचिका में एनसीएलएटी द्वारा दिए गए आदेश पर स्टे लगाने की मांग की गई है, जो 9 जनवरी को लागू होगा। टाटा संस इस मामले में 6 जनवरी को अपना पक्ष सीजेआई के समक्ष रख सकती है।
गौरतलब है कि एनसीएलएटी ने साइरस मिस्त्री की जगह एन चंद्रशेखरन की न्यूक्ति को अवैध ठहराया है। न्यायाधिकरण ने 18 दिसंबर को जारी आदेश में टाटा संस के बर्खास्त चेयरमैन साइरस मिस्त्री को फिर बहाल करने का निर्देश दिया था। साथ ही अपीलीय न्यायाधिकरण ने टाटा संस को पब्लिक से प्राइवेट कंपनी में बदलने के फैसले को 'गैरकानूनी' करार दिया था।
एनसीएलएटी ने इस मामले में अपील करने के लिए टाटा संस को चार सप्ताह का समय दिया था। जिसके बाद टाटा संस ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। हालांकि एनसीएलएटी के फैसले के बाद टाटा संस मामले में कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) से कंपनी को पब्लिक की जगह प्राइवेट बनाने जैसे कुछ मुद्दों पर हाल के अपने आदेश में संशोधन की अपील की है।
गौरतलब है कि साइरस मिस्त्री ने साल 2012 में रतन टाटा के रिटायर होने के बाद कंपनी के चेयरमैन का पद संभाला था, जिन्हें साल 2016 में एक्जीक्यूटिव चेयरमैन के पद से हटा दिया गया था। जिसके बाद 24 अक्टूबर 2016 को रतन टाटा ने अंतरिम चेयरमैन का पद संभाला था। 12 जनवरी 2017- टाटा संस ने टीसीएस के तत्कालीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी और प्रबंध निदेशक एन. चंद्रशेखरन को चेयरमैन बनाया था।